झारखंड में सीट शेयरिंग को दिल्ली में 13 जनवरी को कांग्रेस और झामुमो के बीच बैठक होगी. बैठक में भाग लेने के लिए झामुमो का चार सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल दिल्ली गया है. प्रतिनिधिमंडल में मंत्री चंपई सोरेन, विधायक सुदीव्य कुमार, पार्टी के महासचिव सह राज्य समन्वय समिति के सदस्य विनोद पांडेय, महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य शामिल हैं. 13 जनवरी को झामुमो नेता शेयरिंग को लेकर बनी उच्चस्तरीय कमेटी की बैठक में शिरकत करेंगे. इस कमेटी में मुकुल वासनिक, सलमान खुर्शीद, अशोक गहलौत, मोहन प्रकाश सहित कई नेता शामिल हैं. वहीं इस बैठक में कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी गुलाम अहमद मीर और प्रदेश अध्यक्ष भी शामिल रहेंगे.
वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में नौ और पांच के फार्मूले पर सहमति बनी थी. जिसमें कांग्रेस ने सात सीट प्रत्याशी दी थी और अपने कोटे के दो सीट झाविमो को दी थी. वहीं झामुमो चार सीट पर चुनाव लड़ा था तथा अपने कोटे से पलामू सीट राजद को दिया था, पर सूत्रों ने बताया कि इस बार मामला कुछ उलट होगा. झामुमो अपनी मजबूत दावेदारी पेश करते हुए ज्यादा सीटों की मांग करेगा. संभव है कि झामुमो 10 सीट की मांग करे.
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वहीं, जमशेदपुर और सिंहभूम सीट की अदला-बदली की मांग भी कर सकता है. झामुमो का तर्क है का पश्चिमी सिंहभूम जिले की सभी विधानसभा सीटों पर झामुमो के विधायक हैं. ऐसे में वहां के कार्यकर्ता सिंहभूम की मांग कर रहे हैं. इसके एवज में कांग्रेस को जमशेदपुर सीट का ऑफर दिया जायेगा. हालांकि यह कांग्रेस पर निर्भर करता है कि पश्चिमी सिंहभूम के लिए वह कितना समझौता करती है. गौरतलब है कि 2019 के चुनाव में तत्कालीन यूपीए गठबंधन के खाते में केवल दो सीट आयी थी. झामुमो राजमहल सीट पर जीत दर्ज कर पाया था. वहीं कांग्रेस पश्चिमी सिंहभूम में जीत दर्ज कर सकी थी.