राजमहल, दुमका व गोड्डा में नाम वापसी के बाद 52 प्रत्याशी चुनाव मैदान में, 1.16 अरब की जब्ती, बोले झारखंड के सीईओ के रवि कुमार
लोकसभा चुनाव 2024: झारखंड के राजमहल, दुमका व गोड्डा लोकसभा क्षेत्र में नाम वापसी के बाद 52 प्रत्याशी चुनाव मैदान में रह गए हैं. इन तीनों सीटों पर 1 जून को चुनाव होना है.
रांची: झारखंड के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी (सीईओ) के रवि कुमार ने कहा है कि नाम वापसी के बाद सातवें चरण के तीन संसदीय निर्वाचन क्षेत्र (राजमहल, दुमका व गोड्डा) में कुल 52 उम्मीदवार चुनाव मैदान में रह गए हैं. राजमहल से जहां 14 प्रत्याशी व दुमका से 19 उम्मीदवार चुनाव मैदान में रह गए, वहीं गोड्डा से 19 प्रत्याशी चुनावी रण में हैं. इन तीनों सीटों पर 1 जून को चुनाव होना है. आदर्श आचार संहिता लागू होने के बाद से अवैध सामग्री और कैश के रूप में 1 अरब, 16 करोड़, 75 लाख की जब्ती की गयी है. वे शुक्रवार को धुर्वा के निर्वाचन सदन में पत्रकारों को संबोधित कर रहे थे.
राजमहल में कुल 14 उम्मीदवार चुनाव मैदान में
राजमहल (अनुसूचित जनजाति के लिए सुरक्षित) संसदीय निर्वाचन क्षेत्र से नाम वापसी के अंतिम दिन शुक्रवार को एक प्रत्याशी ने अपना नाम वापस ले लिया. इस तरह यहां अब कुल 14 उम्मीदवार चुनाव मैदान में बचे हैं.
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दुमका सीट से 19 प्रत्याशी चुनाव मैदान में
दुमका (अनुसूचित जनजाति के लिए सुरक्षित) संसदीय निर्वाचन क्षेत्र से किसी भी उम्मीदवार ने अपना नामांकन वापस नहीं लिया है. यहां से कुल 19 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं.
गोड्डा से दो ने लिया नाम वापस, 19 चुनाव मैदान में
गोड्डा संसदीय निर्वाचन क्षेत्र से 2 लोगों ने अपना नामांकन वापस लिया है. यहां से कुल 19 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं.
244 प्रत्याशी चुनाव मैदान में
झारखंड के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के रवि कुमार ने कहा 2014 के लोकसभा चुनाव में झारखंड की 14 सीटों पर कुल 240 उम्मीदवार चुनाव मैदान में थे. इनमें 222 पुरुष और 18 महिलाएं थीं. 2019 में यह संख्या 229 थी. इसमें 204 पुरुष और 25 महिलाएं थीं. इस बार 2024 के लोकसभा चुनाव में सर्वाधिक 244 प्रत्याशियों ने चुनाव लड़ने के लिए नामांकन किया है. इनमें 212 पुरुष, 31 महिलाएं और एक ट्रांसजेंडर शामिल हैं.
मतदान प्रतिशत बढ़ाने पर जोर
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के रवि कुमार ने कहा कि निर्वाचन आयोग का फोकस मतदान प्रतिशत बढ़ाने पर है. इसे लेकर जनजागरूकता के साथ तमाम उपाय किये जा रहे हैं. इसके लिए माइकिंग से मतदाताओं को जागरूक करने और मतदाताओं को मतदान केंद्र तक ले जाने के लिए मोबलाइजेशन पर जोर रहेगा. उन्होंने कहा कि मतदान करने में लोगों को ज्यादा इंतजार नहीं करना पड़े, इसके लिए मतदान की गति बढ़ाने के उपाय किये गये हैं. जिस बूथ पर 1200 से अधिक मतदाता हैं, वहां एक अतिरिक्त मतदानकर्मी को लगाया जा रहा है, ताकि कतार लंबी नहीं हो. रिजर्व में रखे गए मतदानकर्मियों को भी जरूरत के अनुसार मतदान केंद्रों पर लगाया जाएगा.