भगवान बिरसा मुंडा जैविक उद्यान के शेर वीरू की मौत
प्रथमदृष्टया शेर की मौत का कारण इसकी अधिक उम्र होने के कारण कार्डियो रेस्पायरेटरी सिस्टम का फेल हो जाना बताया गया. गहन जांच के लिए शव के विभिन्न अंगों के सैंपल एकत्रित किये गये हैं.
ओरमांझी : ओरमांझी के चकला स्थित भगवान बिरसा मुंडा जैविक उद्यान के शेर ‘वीरू’ की मौत गुरुवार को दोपहर 3:00 बजे हो गयी. उसकी उम्र करीब 19 साल थी. वह काफी बूढ़ा हो चुका था और पिछले कुछ दिनों से खाना-पीना कम कर दिया था. वह जैविक उद्यान के पशु चिकित्सा पदाधिकारी डॉ ओम प्रकाश साहू की निगरानी में था. समय-समय पर आवश्यकता अनुसार उसका इलाज किया जा रहा था. वीरू को गुजरात के जूनागढ़ स्थित शक्करबाघ जू से 2019 में ‘आदान-प्रदान योजना’ के तहत यहां लाया गया था. रांची के पशु चिकित्सा महाविद्यालय के डॉ एमके गुप्ता के नेतृत्व में तीन सदस्यीय पशु चिकित्सक दल ने मृत शेर के शव का पोस्टमार्टम किया.
इसमें प्रथमदृष्टया शेर की मौत का कारण इसकी अधिक उम्र होने के कारण कार्डियो रेस्पायरेटरी सिस्टम का फेल हो जाना बताया गया. गहन जांच के लिए शव के विभिन्न अंगों के सैंपल एकत्रित किये गये हैं. इन सैंपलों को जांच के लिए आइवीआरआइ बरेली और रांची पशु चिकित्सा महाविद्यालय भेजा जायेगा. मौके पर उद्यान के मुख्य वन संरक्षक व निदेशक जब्बर सिंह, सहायक वन संरक्षक अशोक कुमार सिंह, पशु चिकित्सा पदाधिकारी डॉ ओम प्रकाश साहू, वन क्षेत्र पदाधिकारी रामबाबू कुमार, जीव वैज्ञानिक विवेकानंद कुमार व पार्थ सारथी, वनरक्षी ललन कुमार, मुकेश कुमार, अमित कुमार मौजूद थे.
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