Jharkhand Weather: झारखंड में पूरे सितंबर माह होगी बारिश, इन जिलों में भारी वर्षा के आसार
बंगाल की खाड़ी में लो प्रेशर की वजह से झारखंड के कई जिलों में अच्छी बारिश हो रही है. आनेवाले समय में फिर निम्न दबाववाला क्षेत्र बनने की संभावना है. विभाग को मुताबिक, इससे पूरे सितंबर में कुछ दिनों के अंतराल पर बारिश होने की संभावना है. आज भी कई जिलों में बारिश होगी.
Jharkhand Weather: बंगाल की खाड़ी में निम्न दबाववाला क्षेत्र बनने से इसका असर झारखंड पर भी पड़ा है. इससे झारखंड के कई इलाकों खास कर मध्य व दक्षिणी भाग में गुरुवार को अच्छी बारिश हुई है. मौसम विभाग के अनुसार, 15 सितंबर को मध्य, पश्चिमी भाग सहित अन्य इलाकों में बारिश होगी. 16 सितंबर को बारिश में कमी आयेगी. इससे आसमान धीरे-धीरे साफ होगा, जबकि 17 सितंबर को आसमान के पूरी तरह साफ रहने की संभावना है.
पूरे सितंबर माह होगी बारिश
मौसम वैज्ञानिक अभिषेक आनंद के अनुसार, 24 घंटे में मानसून की गति सामान्य रही है. बंगाल की खाड़ी में आनेवाले समय में फिर निम्न दबाववाला क्षेत्र बनने की संभावना है. विभाग को मुताबिक, इससे पूरे सितंबर में कुछ दिनों के अंतराल पर बारिश होने की संभावना है. 15 और 16 सितंबर को कहीं-कहीं गर्जन के साथ बारिश हो सकती है. वहीं वज्रपात को लेकर विभाग ने येलो अलर्ट जारी किया है.
इन जिलों में होगी भारी बारिश
शुक्रवार को बोकारो, रांची, गुमला, खूंटी, हजारीबाग, सरायकेला-खरसावां, पूर्वी सिंहभूम, पश्चिमी सिंहभूम और सिमडेगा समेत अन्य इलाकों में कहीं-कहीं भारी बारिश हो सकती है. पिछले 24 घंटे में सबसे अधिक गढ़वा में 77.2 मिमी बारिश हुई है. झारखंड में एक जून से अब तक 602.4 मिमी बारिश हो गयी है, जो सामान्य वर्षापात 913.4 मिमी से लगभग 34 प्रतिशत कम है. शाम में रांची में लगभग आठ मिमी बारिश हुई है.
रांची और आसपास के इलाकों में क्यों हो रही है बारिश?
बीकानेर से साइक्लोनिक सर्कुलेशन जमशेदपुर होते हुए आगे बढ़ रहा है. वहीं एक अन्य सर्कुलेशन राजस्थान से उत्तर प्रदेश व मध्य प्रदेश होते हुए झारखंड को पार कर रहा है. इन दोनों साइक्लोनिक सर्कुलेशन व निम्न दबाव के असर से रांची और आसपास के क्षेत्र में बादल छाये हुए हैं और बारिश हो रही है.
बारिश के कारण रांची के कई इलाकों में गुल रही बिजली
राजधानी रांची में आयी बारिश के कारण कई इलाकों में बिजली की समस्या हुई. वहीं तार गिरने, मरम्मत और पोल शिफ्टिंग कार्य को लेकर भी कई इलाकों में घंटों बिजली गुल रही. बारिश की वजह लगभग सभी इलाकों में लोकल फॉल्ट की वजह से बिजली आने-जाने का सिलसिला चलता रहा. कांके के अरसंडे में पिछले चार दिनों से बिजली की समस्या बनी हुई है. अरसंडे व आसपास के इलाके में गुरुवार को भी करीब चार घंटे तक बिजली कटी रही. बताया गया कि अरसंडे में एलटी लाइन सड़क पर गिर गयी थी. इसकी मरम्मत के कारण घंटों बिजली आपूर्ति बंद रही.
इसके अलावा बहुबाजार चौक से लेकर नया टोली पुल के बीच सड़क चौड़ीकरण व ब्रिज निर्माण को लेकर पोल शिफ्टिंग का कार्य चला. इस कारण ओल्ड एचबी रोड के समीप के कई मुहल्लों में सुबह 11 बजे से शाम चार बजे तक बिजली आपूर्ति बंद रखी गयी. गुरुवार को कई जगहों में पेड़ों की डाली छंटाई के कारण एक से डेढ़ घंटे बिजली आपूर्ति बंद रही. इससे अरगोड़ा, अशोक नगर, कडरू सहित आसपास के इलाके प्रभावित रहे. वहीं हरमू पटेल चौक, नया टोली सहित अन्य इलाकों में मरम्मत व स्थानीय खराबी को लेकर एक से दो घंटे तक बिजली बंद रही.
मांग के अनुरूप बिजली उपलब्ध
फिलहाल राज्य में मांग के अनुरूप बिजली उपलब्ध है. लगभग 22 मेगावाट बिजली डीवीसी कमांड एरिया समेत उपलब्ध थी. हालांकि बारिश की वजह से रांची व आसपास के इलाकों में बिजली न रहने से मांग में कमी भी आयी है.
जैंतगढ़ में दो दिन हो रही बारिश, परेशानी बढ़ी
पश्चिमी सिंहभूम के जैंतगढ़ में बुधवार से तेज हवा के साथ बारिश हो रही है. कभी रिमझिम, कभी बूंदा बांदी तो कभी तेज हवा के साथ मूसलाधार बारिश हो रही है. खेत-खलिहान, मैदान, चौक- चौराहे जलमग्न हैं. मुख्य सड़क पर खूंटियां पदा और रंग माटी में सड़क के ऊपर से पानी बह रहा है. किसानों ने बताया कि अत्यधिक वर्षा से उन्हें नुकसान होगा. बारिश के कारण सब्जियों को भारी नुकसान हो रहा है. बागान में लगे भिंडी, टमाटर, बैगन, मिर्च, फूल गोभी पत्ता गोभी आदि की सब्जियों में कीड़े लग जा रहे है.
धनबाद में रूक-रूक कर हुई बारिश ने गर्मी से दी राहत
धनबाद में गुरुवार की सुबह से देर रात तक रूक-रूक कर बारिश होती रही. इससे लोगों को गर्मी से थोड़ी राहत मिली है. तापमान में तीन डिग्री की गिरावट दर्ज की गयी है. मौसम विभाग की माने तो 16 सितंबर तक मौसम का मिजाज ऐसा ही रहेगा. बादलों के आने का दौर जारी रहने के कारण बीच-बीच में बारिश होती रहेगी. वहीं तापमान में हल्की गिरावट दर्ज की जायेगी. 16 के बाद मौसम साफ होगा.
35 प्रतिशत कम हुई बारिश
मौसम विभाग के आंकड़ों को माने तो एक जून से अभी तक में सामान्य वर्षापात 947.1 एमएम बारिश होनी चाहिए थी. लेकिन इस अवधि में सिर्फ 616.1 एमएम बारिश ही रिकॉर्ड की गयी है, जो सामान्य वर्षापात से 35 प्रतिशत कम है.