पशुओं में फैल रहा है ‘लंफी स्किन डिजीज’, झारखंड में इसी वर्ष जनवरी में खूंटी, गोड्डा और प सिंहभूम में मिली थी बीमारी
झारखंड में फिर मवेशियों में ‘लंफी स्किन डिजीज’ के मामले दिखने लगे हैं. बीते साल भी जाड़े के मौसम में यह बीमारी मवेशियों में पायी गयी थी. यह छुआछूत की बीमारी है. यह एक से दूसरे जानवर में फैलती है. कोरोना की तरह ही इसकी भी अब तक कोई दवा इजाद नहीं हुई है
मनोज सिंह, रांची : झारखंड में फिर मवेशियों में ‘लंफी स्किन डिजीज’ के मामले दिखने लगे हैं. बीते साल भी जाड़े के मौसम में यह बीमारी मवेशियों में पायी गयी थी. यह छुआछूत की बीमारी है. यह एक से दूसरे जानवर में फैलती है. कोरोना की तरह ही इसकी भी अब तक कोई दवा इजाद नहीं हुई है. जानवरों को आइसोलेट करना ही बचाव है. जिस जानवर में इस बीमारी के लक्षण मिले, उसे दूसरे जानवरों के संपर्क से दूर कर दिया जाता है. पशु चिकित्सक डाॅ अमित कुमार दास ने बताया कि यह बीमारी इंसानों से पशु में आयी है और पशुओं से इंसान को भी यह बीमारी होने का खतरा है.
पशुपालन विभाग ने पहले भी एडवाइजरी जारी की थी, इसकी नहीं है कोई दवा
कमजोर हो जाता है जानवर : बीते साल पशुपालन विभाग ने इसे लेकर एडवाइजरी जारी की थी. इससे जानवरों में चेचक की तरह का स्पॉट बन जाता है. जानवर कमजोर हो जाता है. बीते दो साल से यह बीमारी देश के कई कोने में पायी जा रही है. भारत सरकार ने इसे लेकर गाइडलाइन भी जारी की थी. झारखंड में इसी वर्ष जनवरी में खूंटी, गोड्डा और प सिंहभूम में यह बीमारी पशुओं में पायी गयी थी. इसकी जांच पशुपालन विभाग ने कोलकाता स्थित टेस्टिंग सेंटर से करायी थी.
डकरा में पायी गयी है बीमारी : इस बार लंफी बीमारी के लक्षणवाले जानवर डकरा में पाये गये हैं. मवेशियों के गर्दन और अगले पैर के आसपास बड़ी गांठ वाले गोलाकार दाने उभर जाता है, जो शरीर की चमड़ी को खराब करते हैं. अगर पीड़ित मवेशी दुधारू है, तो गाय कम दूध देने लगती है. उसे हमेशा हल्का बुखार रहता है और वह ठीक से चारा भी नहीं खाती है. शरीर कमजोर हो जा रहा है.
पीड़ित मवेशी के संपर्क में रहनेवाले अन्य मवेशियों में इसका संक्रमण फैल जाता है. डकरा के किशोरी राय की एक, शिवरतन राय की दो, दिलीप राय की एक, मनोज कुमार की एक, गेंदवा उरांव की दो और केडी यादव की एक गाय इस बीमारी की चपेट में है. खलारी क्षेत्र में सबसे पहले डकरा आरा खटाल के संचालक कमलेश यादव ने बताया कि रामगढ़ क्षेत्र से लायी गयी एक गाय से संक्रमण शुरू हुआ.
Post by : Prirtish Sahay