रांची : पंजाब स्वीट हाउस के संचालक लव भाटिया उर्फ अभिमन्यु भाटिया के अपहरण के आरोपी गैंगस्टर चंदन सोनार समेत राकेश कुमार सिंह और संदीप कुमार को साक्ष्य के अभाव में शुक्रवार को बरी कर दिया गया. अपर न्यायायुक्त विशाल श्रीवास्तव की अदालत ने फैसला सुनाया.
अपहरण कांड को 2009 में अंजाम दिया गया था. इससे पहले 2017 में इसी मामले के दो और आरोपी बरी हो चुके हैं. लव भाटिया उर्फ अभिमन्यु भाटिया टीआइ परेड में अपहरण में शामिल आरोपियों को नहीं पहचान पाये, जिसका लाभ आरोपियों को मिला.
लव भाटिया का एक जुलाई 2009 को मेन रोड से उस वक्त अपहरण हो गया था, जब वह पंजाब स्वीट हाउस से घर लौट रहे थे. इसे लेकर लोअर बाजार थाना में लव भाटिया के पिता आशीष भाटिया ने प्राथमिकी दर्ज करायी थी. उस वक्त इस मामले के आरोपियों ने सेक्टर दो में लव भाटिया को छिपाकर रखा था.
अपहरण के तीसरे दिन पुलिस वहां पहुंची थी, जहां अपराधियों और पुलिस में गोलीबारी हुई थी. मुठभेड़ में तीन अपराधी मारे गये थे. मुठभेड़ के बाद कुछ आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था. मामले में गैंगस्टर चंदन सोनार का नाम आया. घटना के 12 साल बाद पुलिस ने पिछले वर्ष ही उसे गिरफ्तार किया था. चंदन सोनार की निशानदेही पर अन्य आरोपी भी पकड़े गये थे.
Posted by : Sameer Oraon