Ranchi News : रिम्स में कर्मियों की उपस्थिति की जांच के लिए मजिस्ट्रेट की हो तैनाती
रिम्स के अधिकारियों व विभागाध्यक्षों के साथ बैठक में डीसी ने रखा प्रस्ताव
रांची. उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री ने सोमवार को रिम्स के पदाधिकारियों और विभागाध्यक्षों के साथ बैठक की. इस दौरान उन्होंने मरीजों के इलाज, इलाज में आने वाली समस्या और बेड की उपलब्धता की जानकारी ली. डीसी ने ओपीडी में डॉक्टर, नर्स और कर्मियों की उपस्थिति (रोस्टर के अनुसार) की जांच के लिए मजिस्ट्रेट तैनात करने का प्रस्ताव दिया. उन्होंने कहा कि इससे ड्यूटी के निर्धारित और निर्देशित तरीके का सही से पालन होगा और मॉनीटरिंग भी होगी. वहीं, इलाज कराने आये मरीजों को सीधा फायदा मिलेगा. इसके अलावा डॉक्टरों को भी निर्देश दिया कि ओपीडी में समय पर आयें. मरीजों को समय पर परामर्श मिले, इसे भी सुनिश्चित करें. वहीं, रिम्स के पदाधिकारी को निर्देश दिया गया कि जो मरीज इमरजेंसी में मृत हो जाते हैं, उनके लिए एक एसओपी तैयार रहे. ताकि मृत मरीज के परिजनों को कोई परेशानी नहीं उठानी पड़े. डीसी ने अस्पताल मैनेजर की प्रतिनियुक्त करने पर भी रिम्स के अधिकारियों से जानकारी ली. इसके अलावा पूर्व में निरीक्षण के दौरान जो कमियां पायी गयी थीं, उसे दुरुस्त करने का निर्देश दिया. सेंट्रल इमरजेंसी और ट्राॅमा सेंटर के पहुंच रास्ते को अतिक्रमण मुक्त कराने को निर्देश भी दिया. बैठक में अधीक्षक डॉ हिरेंद्र बिरुआ, डीन डॉ शशिबाला सिंह, डाॅ शैलेश त्रिपाठी सहित सभी विभागाध्यक्ष उपस्थित थे.
बेड की उपलब्धता के लिए ट्रॉमा व सेंट्रल इमरजेंसी में लगे डिस्प्ले बोर्ड
बैठक में डीसी ने कहा कि मरीजों को परेशानी नहीं हो, इसका ख्याल रखें. ट्राॅमा सेंटर व सेंट्रल इमरजेंसी में बेड की उपलब्धता के लिए लाइव डिस्प्ले बोर्ड लगाया जाये. ताकि यहां आने वाले मरीजों को पता हो कि कितना बेड खाली है. इसके अलावा मेडिसिन और सर्जिकल आइटम की उपलब्धता भी महत्वपूर्ण वार्ड में हो, इसे भी सुनिश्चित करें. उन्होंने कहा कि ट्राॅमा सेंटर व इमरजेंसी वार्ड की साफ-सफाई दुरुस्त हो, इसके लिए हर कुछ घंटे के अंतराल पर सफाई होती रहनी चाहिए.
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