रांची: संकट मोचन हनुमान मंदिर की नयी कमेटी का महामंडलेश्वर सूर्य नारायण दास त्यागी ने किया विरोध, कही ये बात
रांची के संकट मोचन हनुमान मंदिर के संचालक श्री श्री 1008 महामंडलेश्वर सूर्य नारायण दास त्यागी बाबा ने कहा कि चाहे कोरोना हो या पथराव. सरकार के किसी भी प्रतिनिधि ने सुध नहीं ली. ये मंदिर समाज का है. जिस प्रकार अन्य धर्मों के धर्मस्थलों को स्वतंत्रता है, उसी प्रकार सभी मंदिरों व मठों को आजादी मिले.
रांची: संकट मोचन हनुमान मंदिर के संचालक श्री श्री 1008 महामंडलेश्वर सूर्य नारायण दास त्यागी बाबा ने झारखंड राज्य हिन्दू धार्मिक न्यास बोर्ड द्वारा घोषित संकट मोचन हनुमान मंदिर की नयी कमेटी के गठन का विरोध किया है. उन्होंने कहा कि पहले कोई मंदिर कमेटी नहीं थी. 1974 से मैं रांची के मेन रोड स्थित संकट मोचन हनुमान मंदिर की सेवा कर रहा हूं. 1987 में गुरुजी के शरीर त्यागने के बाद से मैं इस मंदिर का संचालन कर रहा हूं, फिर किस आधार पर मंदिर कमेटी को भंग करके नयी कमेटी का गठन किया गया? उन्होंने कहा कि इस मंदिर का संचालन निर्मोही अखाड़ा अयोध्या के साधु-संत समाज शुरू से करते आ रहे हैं और आगे भी निर्मोही अखाड़ा के माध्यम से मंदिर संचालित होगा. इस मौके पर स्वामी दिव्यानंद, हिंदू जागरण मंच के प्रदेश अध्यक्ष सुजीत सिंह, श्री महावीर मंडल के अध्यक्ष कुणाल अजमानी, महामंत्री मुनचुन राय, पुजारी श्यामनंद पाण्डेय, अभिषेक पाठक, समाज सेवी अमृत रमण, अमित कुमार, निशांत यादव समेत अन्य मौजूद थे. झारखंड राज्य हिन्दू धार्मिक न्यास बोर्ड द्वारा गठित मंदिरों की नयी कमेटियों को लेकर सभी ने विरोध जताया.
देश के मंदिरों व मठों को मिले आजादी
रांची के संकट मोचन हनुमान मंदिर के संचालक श्री श्री 1008 महामंडलेश्वर सूर्य नारायण दास त्यागी बाबा ने कहा कि चाहे कोरोना हो या पथराव. सरकार के किसी भी प्रतिनिधि ने सुध लेने की जहमत नहीं उठाई. ये मंदिर समाज का है. इस मंदिर को सरकार अपना नियंत्रण में लेना चाह रही है, जो गलत है. जिस प्रकार अन्य धर्मों के धर्मस्थलों को स्वतंत्रता प्राप्त है, उसी प्रकार भारत के सभी मंदिरों व मठों को आजादी मिलनी चाहिए.
सनातन धर्म व सनातनियों पर हमला ठीक नहीं
रांची के संकट मोचन हनुमान मंदिर के संचालक श्री श्री 1008 महामंडलेश्वर सूर्य नारायण दास त्यागी बाबा ने कहा कि सरकार का रवैया सनातन धर्म के प्रति सही नहीं है. सरकार को सनातनियों को बार-बार तंग नहीं करना चाहिए. कुछ लोग सनातन को मिटाने का षडयंत्र रच रहे हैं. उनके खिलाफ कार्रवाई के बजाय मंदिर और सनातन की संस्कृति के प्रति आघात पहुंचाया जा रहा है.
न्यास बोर्ड का कोई सदस्य आज तक नहीं आया मंदिर
महंत श्री श्री 1008 सूर्य नारायण दास त्यागी बाबा ने झारखंड राज्य हिन्दू धार्मिक न्यास बोर्ड के कदम का विरोध जताया. उन्होंने कहा कि कौन न्यास समिति है? आज तक मंदिर में न्यास बोर्ड का कोई सदस्य नहीं आया. इस मंदिर का संचालन निर्मोही अखाड़ा अयोध्या के साधु-संत समाज शुरू से करते आ रहे हैं और आगे भी निर्मोही अखाड़ा के माध्यम से मंदिर संचालित होगा.
मंदिरों की नयी कमेटियों का जताया विरोध
इस मौके पर स्वामी दिव्यानंद, हिंदू जागरण मंच के प्रदेश अध्यक्ष सुजीत सिंह, श्री महावीर मंडल के अध्यक्ष कुणाल अजमानी, महामंत्री मुनचुन राय, पुजारी श्यामनंद पाण्डेय, अभिषेक पाठक, समाज सेवी अमृत रमण, अमित कुमार, निशांत यादव समेत अन्य मौजूद थे. सभी ने झारखंड राज्य हिन्दू धार्मिक न्यास बोर्ड द्वारा गठित मंदिरों की नयी कमेटियों को लेकर विरोध जताया.
हिन्दू धार्मिक न्यास बोर्ड द्वारा गठित मंदिरों की नयी कमेटियों का विरोध
संकट मोचन हनुमान मंदिर के संचालक श्री श्री 1008 महामंडलेश्वर सूर्य नारायण दास त्यागी बाबा ने कहा कि वे 1974 से रांची के मेन रोड स्थित संकट मोचन हनुमान मंदिर की सेवा कर रहे हैं. 1987 में गुरुजी के शरीर त्यागने के बाद से वे इस मंदिर का संचालन कर रहे हैं. इस मंदिर का संचालन निर्मोही अखाड़ा अयोध्या के साधु-संत समाज शुरू से करते आ रहे हैं और आगे भी निर्मोही अखाड़ा ही मंदिर संचालित करेगा. सरकार के किसी भी प्रतिनिधि ने कभी सुध नहीं ली. अन्य धर्मस्थलों की तरह इस मंदिर को सरकार अपना नियंत्रण में लेना चाह रही है. देश के सभी मंदिरों व मठों को आजादी मिलनी चाहिए. सरकार का रवैया सनातन धर्म के प्रति सही नहीं है. कार्रवाई के बजाय मंदिर और सनातन की संस्कृति पर आघात पहुंचाया जा रहा है. सभी ने झारखंड राज्य हिन्दू धार्मिक न्यास बोर्ड द्वारा गठित मंदिरों की नयी कमेटियों को लेकर विरोध जताया