Jharkhand News: झारखंड की राजधानी रांची के रहने वाले महीप साहनी (Maheep Sahani) ने बड़ी उपलब्धि हासिल की है. उनकी उपलब्धि से न केवल उनका परिवार बल्कि झारखंड के लोग भी गौरवान्वित हैं. खासकर संत जेवियर स्कूल से पढ़े-लिखे विद्यार्थी. रांची के डोरंडा स्थित संत जेवियर स्कूल के पूर्व छात्र महीप साहनी को ‘यंग वर्ल्ड यूनियन सेजुइट एल्युमनी’ के लिए नामित किया गया है.
दो वर्ष का होगा महीप साहनी का कार्यकाल
संत जेवियर डोरंडा से पढ़े महीप साहनी ‘यंग वर्ल्ड यूनियन जेसुइट एल्युमनी’ के लिए दो वर्षों के लिए नामित किये गये हैं. विश्व भर के जेसुइट युवाओं के साथ अब महीप सामाजिक कार्यों के क्रियान्वयन में अपना योगदान देंगे. ‘यंग वर्ल्ड यूनियन जेसुइट एल्युमनी’ एक विश्व स्तरीय संगठन है, जो विश्व के जेसुइट संस्थाओं से पढ़े युवाओं को समाजिक कार्यों के प्रति उनकी सहभागिता सुनिश्चित करता है.
Also Read: रांची : संत जेवियर से पढ़े हैं एयर चीफ मार्शल धनोआ, पिता देवघर में एसडीओ थे
अजित खेस ने दी समाज को वापस देने की प्रेरणा
महीप कहते हैं कि संत जेवियर जैसे स्कूल ने ही ‘समाज के प्रति उत्तरदायित्व’ को जीना सिखाया. संत जेवियर डोरंडा के तत्कालीन प्रधानाचार्य फादर अजित खेस (वर्तमान में फादर प्रोविंशियल, रांची जोन) ने हमेशा ‘समाज को वापस देने’ की भावना हमारे जैसे असंख्य जेवेरियंस के अंदर सींचा.
इंडोनेशिया के जेसुइट सम्मेलन में करेंगे भारत का प्रतिनिधित्व
महीप अपने पिता सुरिंदर सिंह साहनी एवं मां स्वर्लीन कौर साहनी को प्रेरणास्रोत मानते हैं. जेसुइट एल्युमनी एसोसिएशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष डॉ देवेंद्र सिंह ने जाई के सदस्यों से चर्चा के बाद महीप के नाम के प्रस्ताव का अनुमोदन किया. महीप, पूर्व के ‘यंग वर्ल्ड यूनियन जेसुइट एल्युमनी’ डॉ अभय सागर मिंज की जगह लेंगे. महीप का कार्यकाल दो वर्ष के लिए होगा और आने वाले समय में वे इंडोनेशिया में होने वाले युवा जेसुइट सम्मेलन में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे.