रांची : झारखंड विधानसभा की सरगर्मी तेज हो गयी है. पहले चरण की नामांकन प्रक्रिया खत्म हो चुकी है. तो दूसरे फेज के लिए नामांकन की आज अंतिम तिथि है. सोमवार को रांची विधानसभा सीट से बीजेपी के प्रत्याशी सीपी सिंह और झामुमो प्रत्याशी महुआ माजी न्यूज रूम पहुंचे और प्रभात खबर के पत्रकारों का बेबाकी से जवाब दिया. बीतचीत में महुआ माजी ने कहा कि मुझे चुनौतियां पसंद है. साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि वह रांची को मेट्रो सिटी बनाना चाहती है.
Q. आपको नहीं लगता है कि आपने टफ सीट चुन लिया है, 34 वर्ष से भाजपा लगातार जीत रही है ?
मुझे चुनौतियां पसंद हैं. मेरा राज्यसभा सांसद का कार्यकाल चार वर्ष शेष है. मैं चाहती तो आराम से कार्यकाल पूरा सकती थी. लेकिन, मैंने अपने शहर और राज्य को संवारने का सपना देखा है. मैं अपनी रांची को मेट्रो सिटी बनाना चाहती हूं. अपने लोगों के लिए बहुत कुछ करना चाहती हूं. इसी वजह से मैंने रांची से विधानसभा चुनाव लड़ने का फैसला लिया है.
Q. कांग्रेस के कई नेता टिकट की दौड़ में थे, कांग्रेस राजधानी की सीट चाहती थी. गठबंधन का कितना लाभ मिलेगा?
मुझे गठबंधन का पूरा सहयोग मिल रहा है. इंडिया गठबंधन की बैठक में तय हुआ था कि जिस व्यक्ति पर चुनाव जीतने का सबसे ज्यादा भरोसा होगा, गठबंधन से उसी को टिकट देकर चुनाव लड़ाया जायेगा. मुझे गठबंधन ने मिल कर चुना है. गठबंधन में शामिल दल पूरा सहयोग कर रहे हैं.
Q. सीपी सिंह जी के कामकाज से आप कितना संतुष्ट हैं. आपके पास राजधानी के विकास का क्या एजेंडा है?
रांची की जनता त्राहिमाम कर रही है. खास तौर पर बारिश के मौसम में शहर की स्थिति नारकीय हो जाती है. मधुकम समेत शहर के कई इलाके बारिश की वजह से होनेवाले जल-जमाव के कारण बदतर हो जाते हैं. सड़क लोगों के घरों से ऊपर हो गयी है. इस कारण लोगों के घरों का गंदा पानी भी नालियों में नहीं जा रहा है.
Q. आप राज्यसभा की सांसद चुन कर गयीं. झारखंड की आवाज कितनी मुखरता से उठा पायीं, राजधानी की कोई ऐसी समस्या या सवाल जो आपने राज्यसभा तक पहुंचाया हो?
लेह लद्दाख में सबसे अधिक संख्या में झारखंड से गये मजदूर काम करते हैं. वहां उनकी मृत्यु होने पर शरीर तक की भी खोज नहीं की जाती है. मैंने संसद में उनका मुद्दा उठाया. रक्षा मंत्री ने भी मेरी बात को मानते हुए उचित कार्यवाही करने की बात कही. मैंने झरिया और खलारी में जमीन के नीचे कोयले में लगी आग बुझाने, सरना धर्म कोड, 1932 का खतियान, एचइसी का मुद्दा भी सदन में उठाया.
Q. क्या वजह रही कि दिल्ली की राजनीति, सांसद का पद छोड़ने के लिए तैयार हैं, विधायक का चुनाव लड़ रही हैं. फिर सरकार बनी, तो मंत्री की दौड़ में रहेंगीं, वजह यही है क्या?
पार्टी ने मुझ पर भरोसा किया है. मैं पार्टी के आदेश पर चुनाव लड़ रही हूं. मैंने पहले भी कहा कि झारखंड के लिए कुछ अच्छा काम करना चाहती हूं. मैं लेखक, एक्टिविस्ट, कला कर्मी व राजनीतिज्ञ की भूमिका में अपने राज्य, अपने शहर में रही हूं. मुझे महिला आयोग में भी मौका मिला था. मैंने वहां भी खूब काम किया. अभी सुनहरा मौका मिला है. मैं रांची के लिए भी काम कर रही हूं. इसलिए रांची सीट से चुनाव लड़ रही हूं.
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