झारखंड: कुपोषित बच्चों व एनीमिया पीड़ित महिलाओं का होगा सर्वे, कुपोषण से मुक्ति को लेकर बैठक में बनी ये रणनीति
झारखंड राज्य पोषण मिशन की महानिदेशक राजेश्वरी बी ने समर अभियान योजना के कार्य में प्रगति लाने का निर्देश दिया. उन्होंने कहा कि अन्य सात जिलों में भी समर अभियान चलाया जायेगा. समर अभियान के अन्तर्गत कुपोषण से ग्रसित बच्चों का समुदाय स्तर पर उपचार किया जा रहा है. अब तक 20 हजार बच्चे ठीक हो चुके हैं.
रांची: महिला, बाल विकास एवं सामाजिक सुरक्षा विभाग की राज्य अनुश्रवण एवं क्रियान्वयन समिति की बैठक मंगलवार को प्रोजेक्ट भवन सभागार में हुई. महिला, बाल विकास एवं महिला सुरक्षा विभाग के सचिव कृपानंद झा ने कहा कि झारखंड में कुपोषित बच्चों और एनीमिया पीड़ित महिलाओं का सर्वे कर उनकी पहचान करें और हेल्थ वर्कर्स इनके स्वास्थ्य की जांच कर डाटा तैयार करें. उन्होंने कहा कि बच्चे व परिवार देश के भविष्य होते हैं. बच्चों को कुपोषण से बचाना राज्य सरकार की प्राथमिकता है. बच्चों को कुपोषण से बचाने के लिए विभाग पूरी तत्परता, सजगता और प्रतिबद्धता से कार्य कर रहा है. राज्य को हर हाल में कुपोषण मुक्त करने की दिशा में कार्य करना है. इसके लिए राज्य के आंगनबाड़ी केंद्रों में बच्चों को गुणवत्तापूर्ण पौष्टिक आहार उपलब्ध कराएं. इसके साथ ही बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास को लेकर विभाग द्वारा संचालित सभी योजनाओं को प्रतिबद्धता के साथ लागू करें. तभी झारखंड को कुपोषण मुक्त बनाया जा सकता है.
समर अभियान से कुपोषण पीड़ित 20 हजार बच्चे हो चुके ठीक
झारखंड राज्य पोषण मिशन की महानिदेशक राजेश्वरी बी ने समर अभियान योजना की कार्य प्रगति में तेजी लाने का निर्देश पदाधिकारियों को दिया. बैठक में विभागीय सचिव ने बताया कि अन्य सात जिले में समर अभियान चलाया जायेगा. इस अभियान से समयबद्ध तरीके से सेवाएं प्रदान करना, ठोस एवं सघन अनुश्रवण एवं हस्तक्षेप की अवसंरचना के लिए तंत्र को सुनिश्चित किया जा रहा है. समर अभियान के अन्तर्गत कुपोषण से ग्रसित बच्चों का समुदाय स्तर पर उपचार किया जा रहा है. अब तक 20 हजार बच्चे ठीक हो चुके हैं.
आंगनबाड़ी केन्द्रों में बच्चों के वजन की माप कराएं
महिला, बाल विकास एवं सामाजिक सुरक्षा विभाग की राज्य अनुश्रवण एवं क्रियान्वयन समिति की बैठक में झारखंड राज्य पोषण मिशन की महानिदेशक राजेश्वरी बी ने जिलावार सभी आंगनबाड़ी केन्द्रों में पंजीकृत बच्चों के वजन माप की स्थिति की समीक्षा करते हुए आवश्यक दिशा निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि सभी आंगनबाड़ी केन्द्र में पंजीकृत बच्चों का वजन करायें एवं कुपोषित/अति कुपोषित बच्चों को एमटीसी में भर्ती सुनिश्चित करायें. बैठक में योजना के सफल कार्यान्वयन को लेकर आईसी पर विस्तृत चर्चा की गई. सचिव ने कहा कि प्रचार-प्रसार कर योजना को राज्य में मजबूती से लागू करें.
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मनरेगा आयुक्त ने दिया दिशा-निर्देश
इस बैठक में मनरेगा आयुक्त ने परियोजनावार सभी आंगनबाड़ी केन्द्रों में पंजीकृत बच्चों के वजन की माप की स्थिति की समीक्षा करते हुए भी आवश्यक दिशा निर्देश दिए. मनरेगा आयुक्त ने कहा कि सभी आंगनबाड़ी केन्द्र में पंजीकृत बच्चों का वजन करायें एवं कुपोषित/अति कुपोषित बच्चों को एमटीसी में भर्ती सुनिश्चित करायें.
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बैठक में ये थे उपस्थित
महिला, बाल विकास एवं सामाजिक सुरक्षा विभाग की राज्य अनुश्रवण एवं क्रियान्वयन समिति की बैठक में झारखंड राज्य पोषण मिशन महानिदेशक राजेश्वरी बी, उपसचिव झारखंड राज्य पोषण मिशन, निदेशक, समाज कल्याण निदेशालय, स्वास्थ्य विभाग के प्रतिनिधि, यूनिसेफ के प्रतिनिधि, सूचना एवं जन सम्पर्क विभाग, राज्य आजीविका प्रोमोशन सोसाइटी, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी एवं असैनिक शल्य चिकित्सा पदाधिकारी उपस्थित थे.