जमीन खाली कराने में प्रबंधन नाकाम : रैयत
रैयत विस्थापित की बैठक में पुनर्वास पर चर्चा
प्रतिनिधि, खलारी : पुरनाडीह परियोजना के हेंजदा ग्राम कुसुमटोला में बुधवार को रैयत विस्थापितों की बैठक हुई. अध्यक्षता बालेश्वर उरांव ने की. बैठक में नौकरी, मुआवजा व पुनर्वास पर चर्चा की गयी. रैयत बालेश्वर उरांव ने कहा कि क्षेत्र के लोगों ने 2009 में ही अपनी जमीन खनन के लिए बिना नौकरी, मुआवजा व पुनर्वास के लिए दी थी. पुरनाडीह परियोजना लगातार खनन कर रही है. अब परियोजना को चलाने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. इसके लिए प्रबंधन जिम्मेवार है. रैयतों का पुनर्वास स्थल सड़क से काफी नीचे हो गया है. जिसकी वजह से रैयत वहां नहीं जाना चाहते हैं. हालांकि रैयतों ने पुनर्वास और मुआवजा को लेकर कई बार धरना-प्रदर्शन कर मांग पत्र सौंपा है. फिर भी प्रबंधन कुछ करने को तैयार नहीं है. रैयतों ने कहा कि अभी भी उन्हें व्यवस्थित तरीके से पुनर्वास व मुआवजा मिले तो परियोजना चलने में कोई परेशानी नहीं होगी. प्रबंधन ने जमीन नहीं मिलने की बात कहकर संडे व पीएचडी बंद करवा रही है, जबकि प्रबंधन जमीन खाली कराने में नाकाम है. विस्थापितों काे संडे ड्यूटी में कटौती करने पर परियोजना को अनिश्चितकाल के लिए बंद कराने की चेतावनी दी गयी है. बैठक में बालेश्वर उरांव, बिगन उरांव, महेंद्र उरांव, प्रदीप, संतोष, अर्जुन, आनंद उरांव, विनय उरांव, हिरवा उरांव, बहरा मुंडा, राहुल गंझू, महेंद्र, बाजे उरांव, कामेश्वर उरांव, नागेश्वर उरांव, कृष्णा उरांव, सर्वजीत उरांव, कालेश्वर उरांव, असरीफा उरांव, सोहन उरांव, जागेश्वर उरांव, जय उरांव, ब्रजेश उरांव रमेश करमाली, राजेश उरांव, किसुन करमाली आदि मौजूद थे.
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