मांडर उपचुनाव : गठबंधन की जीत के लिए कांग्रेस नेताओं ने बनायी रणनीति, सीएम हेमंत भी संभालेंगे मोर्चा
मांडर उपचुनाव में शिल्पी नेहा तिर्की की जीत सुनिश्चित कराने को लेकर प्रदेश कांग्रेस वार रूम बनायेगी. प्रखंड से लेकर पंचायतों में पार्टी नेताओं को जिम्मेवारी सौंपी जायेगी.
रांची : शिल्पा नेहा तिर्की की जीत के लिए झारखंड कांग्रेस ने अपनी रणनीति बनायी गयी है. इसके लिए पार्टी वार रूम बनाएगी, प्रखंड से लेकर पंचायतों में नेताओं को जिम्मेदारी दी जाएगी. साथ ही साथ प्रचार को लेकर मुख्यमंत्री एवं राजद नेतृत्व से आग्रह किया जायेगा.यह निर्णय मंगलवार को समन्वय समिति की बैठक में लिया गया.
बैठक में प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर, आलमगीर आलम, डॉ रामेश्वर उरांव, बन्ना गुप्ता, बादल पत्रलेख, बंधु तिर्की, जलेश्वर महतो, शहजादा अनवर, सुखदेव भगत मौजूद थे. बैठक के बाद राजेश ठाकुर ने पत्रकारों से कहा कि समन्वय समिति की पहली बैठक में संगठन के नियमित चल रहे कार्यक्रमों की समीक्षा की गयी. श्री ठाकुर ने कहा कि प्रदेश की जनता ने पिछले विधानसभा चुनाव में महागठबंधन को पांच वर्ष के लिए सत्ता सौंपी है.
यही वजह है कि अब तक हुए सभी उपचुनाव में जनता का पूरा समर्थन मिला. मुझे पूरा विश्वास है कि 26 जून को भी मांडर की जनता से पार्टी उम्मीदवार को जनादेश मिलेगा.
चार नामांकन रद्द, नौ जून तक होगी नाम वापसी
मांडर उपचुनाव के लिए नामांकन की स्क्रूटनी मंगलवार को की गयी. 19 में से चार अभ्यार्थियों गुलाबी कुमारी, विश्राम उरांव, विकास ज्योति उरांव व चाइना मिंज का नामांकन रद्द कर दिया गया. कुल 15 अभ्यर्थियों का नामांकन स्वीकृत किया गया. जोहन तिर्की, शिल्पी नेहा तिर्की, अगनी तिर्की, मार्शल बारला, सुभाष मुंडा, शिव चरण लोहरा, आनंद पॉल तिर्की, अशोक उरांव, शिशिर लकड़ा, गंगोत्री कुजूर, देव कुमार धान, सुशील उरांव, रेखा कुमारी, दिनेश उरांव व निरोज उरांव चुनावी दंगल में बच गये हैं. नाम वापसी की अंतिम तिथि नौ जून है.