रांची/खूंटी. रिम्स के क्रिटिकल केयर आइसीयू में भर्ती भगवान बिरसा मुंडा के वंशज मंगल मुंडा का गुरुवार देर निधन हो गया. उनके निधन की सूचना पाकर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन शुक्रवार दोपहर 12:15 बजे रिम्स के पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे. यहां उन्होंने मंगल मुंडा के असामयिक निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया और पार्थिव शरीर पर पुष्प-चक्र अर्पित कर भावभीनी श्रद्धांजलि दी. मुख्यमंत्री ने उनके परिजनों को ढांढ़स बंधाया.
शव पहुंचते ही पूरा गांव शोक में डूब गया
रिम्स में पोस्टमार्टम के बाद मंगल मुंडा का पार्थिव शरीर पूरे सम्मान के साथ एंबुलेंस से उनके गांव उलिहातू लाया गया. शव पहुंचते ही पूरा गांव शोक में डूब गया. गांव में ही उनका अंतिम संस्कार किया गया. इससे पहले उनकी माता लखीमनी देवी, पिता सुखराम मुंडा, चाचा बुधराम मुंडा, परिवार के अन्य सदस्यों और जिला प्रशासन के पदाधिकारियों ने श्रद्धांजलि अर्पित की. मुख्यमंत्री ने अपनी संवेदना प्रकट करते हुए कहा : रिम्स के डॉक्टरों ने मंगल मुंडा को बचाने का काफी प्रयास किया, लेकिन सफलता नहीं मिली. पूरी घटना और इलाज पर मैं खुद नजर रखे हुए था. मैंने उन्हें इलाज के लिए दूसरे राज्य में भी भेजने का निर्देश दे रखा था, लेकिन वेंटिलेटर पर होने के कारण शिफ्ट करना संभव नहीं हो पा रहा था या यूं कहें कि समय नहीं मिल पाया.26 नवंबर को सड़क हादसे में घायल हुए थे मंगल मुंडा
गौरतलब है कि 26 नवंबर को हुई सड़क दुर्घटना में मंगल मुंडा गंभीर रूप से घायल हो गये थे. उसी दिन उन्हें रिम्स के न्यूरो सर्जरी विभाग में भर्ती किया गया था. 27 नवंबर की शाम को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और विधायक कल्पना सोरेन ने रिम्स पहुंच कर मंगल मुंडा का हालचाल लिया था. इधर, पीएमओ के निर्देश पर रिम्स निदेशक सह न्यूरो सर्जन डॉ राजकुमार ने भी गुरुवार को आइसीयू में जाकर परामर्श दिया था.प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शोक व्यक्त किया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगल मुंडा के निधन पर शोक जताया है. अपने ‘एक्स’ हैंडल पर उन्होंने लिखा : भगवान बिरसा मुंडा जी के वंशज मंगल मुंडा के निधन से अत्यंत दुख हुआ. उनका जाना उनके परिवार के साथ ही झारखंड के जनजातीय समाज के लिए भी अपूरणीय क्षति है. शोक की इस घड़ी में ईश्वर उनके परिजनों को संबल प्रदान करें.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है