झारखंड में टॉप से लेकर बॉटम तक कई महत्वपूर्ण पद रिक्त, कामकाज पर पड़ रहा है असर

राज्य में कई महत्वपूर्ण पद महीनों से रिक्त पड़े हुए हैं. इससे कामकाज पर असर पड़ रहा है. कई अधिकारी पदस्थापन की प्रतीक्षा में बैठे हुए हैं. इसमें कई भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी भी शामिल हैं.

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 20, 2020 3:44 AM

रांची : राज्य में कई महत्वपूर्ण पद महीनों से रिक्त पड़े हुए हैं. इससे कामकाज पर असर पड़ रहा है. कई अधिकारी पदस्थापन की प्रतीक्षा में बैठे हुए हैं. इसमें कई भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी भी शामिल हैं. हाल ही में भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों का तबादला किया गया. इसमें कई अधिकारियों को कहीं पदस्थापित नहीं किया गया. उनको वेटिंग फॉर पोस्टिंग में डाल दिया गया है. आमतौर पर आइएएस अधिकारियों के साथ ऐसा नहीं होता है. इसमें कई तो दूसरे जिलों में डीसी के रूप में कार्यरत थे.

कृषि, पशुपालन निदेशक व सहकारिता निबंधक का पद रिक्त : कृषि विभाग में पांच निदेशालयों के निदेशक का पद रिक्त हो गया है. कृषि निदेशक छवि रंजन को रांची का उपायुक्त, पशुपालन निदेशक चितरंजन कुमार को साहिबगंज और सहकारिता निबंधक राजेश पाठक को गढ़वा का उपायुक्त बनाकर भेज दिया गया है.

इनके स्थान पर किसी का पदस्थापन भी नहीं किया गया है. सहकारिता निबंधक के पास ही निदेशक उद्यान और कृषि निदेशक के पास एमडी मार्केटिंग बोर्ड का प्रभार था. वह भी रिक्त हो गया है. पशुपालन निदेशक के पास ही गव्य निदेशालय का प्रभार था. वह भी रिक्त हो गया है.

11 जिलों में सहकारिता पदाधिकारी का पद रिक्त : सहकारिता विभाग में 11 जिलों में जिला सहकारिता पदाधिकारी का पद रिक्त है. इसमें लोहरदगा, चाईबासा, सरायकेला-खरसावां, जमशेदपुर, गढ़वा, पलामू, कोडरमा, जामताड़ा, दुमका, पाकुड़ तथा लातेहार शामिल है. 12 सालों से संयुक्त निबंधक और उप निबंधक का पद रिक्त है. सात सहायक निबंधक का पद रिक्त है. लोहदगरा, पलामू तथा लातेहार में तो एक भी सहकारिता पदाधिकारी नहीं है.

पशुपालन विभाग के 10 चिकित्सक वेटिंग फॉर पोस्टिंग में : पशुपालन विभाग में 10 पशु चिकित्सक महीनों से वेटिंग फॉर पोस्टिंग में हैं. न्यायालय के आदेश के बाद पशुपालन घोटाले में निलंबित 10 पशु चिकित्सकों को उसी पद पर पदस्थापित करने का आदेश था, जहां से वे निलंबित हुए थे. न्यायालय के आदेश के बाद विभाग ने निलंबित पशु चिकित्सकों की पदस्थापना तो कर दिया, लेकिन वहां पदस्थापित अन्य पशु चिकित्सक आज भी पदस्थापन के लिए दौड़ रहे हैं. जबकि, विभाग में कई महत्वपूर्ण पद रिक्त हैं. कई जिलों में पशुपालन पदाधिकारी का पद रिक्त होने के कारण दूसरे अधिकारियों को प्रभार दिया गया है. करीब आधा दर्जन अधिकारियों को आधा दर्जन पदों का प्रभार दिया गया है. कई क्षेत्रीय निदेशकों का पद भी रिक्त है.

जिला उद्यान पदाधिकारी का पद भी रिक्त : कृषि विभाग में तो रांची के जिला उद्यान पदाधिकारी का पद ही रिक्त है. इसके अतिरिक्त ओफाज के सीइओ को पद भी प्रभार में दिया गया है. संयुक्त कृषि निदेशक रांची को समेति के निदेशक का प्रभार दे दिया गया है. जिला भूमि संरक्षण पदाधिकारी गुमला, चाईबासा, रांची, खूंटी, लोहरदगा, पलामू, गढ़वा, सिमडेगा, चक्रधरपुर, पाकुड़, जामताड़ा का पद रिक्त है. यहां दूसरे जिलों के अधिकारी या कृषि पदाधिकारी को प्रभार दे दिया गया है.

जल संसाधन सचिव का पद भी महीनों से रिक्त : जल संसाधन विभाग के सचिव का पद भी महीनों से रिक्त है. जल संसाधन विभाग के सचिव का प्रभार अमिताभ कौशल के पास था. उनको आपदा प्रबंधन में पदस्थापित कर दिये जाने के बाद से यह पद रिक्त है. हाल ही में कोल्हान के आयुक्त वीरेंद्र भूषण के सचिव के रूप में पदस्थापन की अधिसूचना हुई थी. लेकिन, कुछ घंटों के बाद ही अधिसूचना विलोपित कर दी गयी.

सूचना आयुक्त में सभी पद रिक्त : सूचना आयुक्त में भी सभी पद रिक्त हैं. आदित्य स्वरूप का कार्यकाल समाप्त होने के बाद हिमांशु शेखर चौधरी को कार्यवाहक मुख्य सूचना आयुक्त बनाया गया था. श्री चौधरी का कार्यकाल भी समाप्त हो गया है. इस कारण फिलहाल सूचना आयुक्त के पद पर कोई नहीं है. राज्य में विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अब तक तय नहीं हो पाया है. इस कारण फिलहाल नये मुख्य सूचना आयुक्त और आयुक्त के चयन की प्रक्रिया भी शुरू नहीं हो पायी है.

कई आइएएस बनाये गये उपायुक्त, जिस पद पर थे वहां नहीं हुई है किसी की नियुक्ति : सेठ के बाद से खादी बोर्ड अध्यक्ष पद खाली : राज्य में खादी बोर्ड के अध्यक्ष का पद भी खाली है. संजय सेठ के सांसद बन जाने के बाद से इस पर किसी का पदस्थापन नहीं हो पाया है. करीब साल भर से खादी बोर्ड के अध्यक्ष का पद भी रिक्त है.

प्रदूषण बोर्ड अध्यक्ष का पद प्रभार में चल रहा : राज्य में प्रदूषण बोर्ड के अध्यक्ष का पद भी रिक्त है. स्थायी नियुक्ति नहीं होने के कारण वन विभाग के प्रधान मुख्य वन संरक्षक पीके वर्मा को इसका प्रभार दिया गया है.

महीनों से रिक्त है बीएयू के कुलपति का पद : बीएयू के कुलपति का पद भी महीनों से रिक्त है. पी कौशल से हिमाचल प्रदेश के एक विश्ववद्यिालय में कुलपति के बन जाने के बाद से प्रभारी निदेशक प्रसार शिक्षा आरएस कुरील को प्रभार दिया गया था. श्री कुरील का कार्यकाल समाप्त होने के बाद से कृषि सचिव को प्रभार देकर काम चलाया जा रहा है.

शिक्षा विभाग में परियोजना निदेशक का पद रिक्त : पिछले दिनों आइएएस अधिकारियों के हुए स्थानांतरण में झारखंड शिक्षा परियोजना के निदेशक उमाशंकर सिंह का भी स्थानांतरण किया गया. उमाशंकर सिंह धनबाद के उपायुक्त बनाये गये हैं. झारखंड शिक्षा परियोजना निदेशक के पद पर किसी अधिकारी का पदस्थापन नहीं किया गया है. उमाशंकर सिंह जेसीइआरटी निदेशक के प्रभार में भी थे. ऐसे में फिलहाल झारखंड शिक्षा परियोजना व जेसीइआरटी दोनों के निदेशक का पद रिक्त है.

महिला आयोग अध्यक्ष-सदस्य का पद भी रिक्त : राज्य महिला आयोग के सदस्य और अध्यक्ष का पद भी रिक्त हो गया है. कल्याणी शरण का कार्यकाल पूरा होने के बाद से कोई भी अध्यक्ष नहीं है. सदस्यों का कार्यकाल भी एक-एक कर पूरा हो गया है.

पुलिस के कई पद खाली : पुलिस विभाग में डीजी हेडक्वार्टर का पद खाली है. पीआरके नायडू के रिटायर होने के बाद से यह पद खाली है. एडीजी लॉ एंड आर्डर मुरारी लाल मीणा भी रिटायर हो गये हैं. इनके स्थान पर भी किसी का पदस्थापन नहीं किया गया है. एडीजी मॉर्डनाइजेशन आरके मलिल्क को पुलिस हाउसिंग कॉरपोरेशन में भेज दिया गया है.

Post by : Pritish Sahay

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