रांची : लॉकडाउन के दौरान अनुमति के बाद भी स्टील इंडस्ट्री शुरू करने में कई तरह की परेशानी आ रही है. स्टील इंडस्ट्री के लोगों का कहना है कि आखिर इंडस्ट्री चालू करके क्या फायदा है. बाजार से ऑर्डर नहीं है. दुकानें बंद हैं, आखिर उत्पादन करके कितना उत्पाद स्टॉक करेंगे. इस कारण झारखंड में सरिया, चैनल, एंगल, पिग आयरन आदि बनानेवाली स्टील इंडस्ट्री चालू नहीं हो पा रही है.
वेस्ट मैनेजमेंट पर आधारित उद्योग भी चालू नहीं हो पा रहे हैं.स्पेयर पार्ट्स और रिपेयरिंग में काफी दिक्कत एक माह से अधिक समय से मशीनें पूरी तरह से बंद हैं. इस कारण कई मशीनें जाम होने के साथ-साथ ऑयल भी सूख गया है. कई दिनों से बंद मशीनों में विभिन्न प्रकार की परेशानी आ रही है. रिपेयरिंग और स्पेयर पार्ट्स का अधिकांश काम पश्चिम बंगाल के हावड़ा से होता है. यह पूरी तरह से बंद है. इस कारण परेशानी हो रही है.झारखंड में 10 से अधिक सरिया के प्लांट झारखंड में 10 से अधिक सरिया बनानेवाली कंपनियां हैं.
हर माह उत्पादन दो लाख टन से अधिक होता है. यहां से झारखंड के विभिन्न जिले, बिहार, उत्तर प्रदेश, ओड़िशा, नयी दिल्ली तक माल की सप्लाई होती है. यह पूरी तरह से ठप है.कोटउद्योगों को चालू करने में काफी कठिनाई आ रही है. बाजार बंद होने के अलावा पार्ट्स की काफी दिक्कत हो रही है.- निर्मल झुनझुनवाला, अध्यक्ष, गिरिडीह डिस्ट्रिक्ट चेंबरबाजार पूरी तरह से बंद है. चाह कर भी उत्पादन शुरू नहीं कर पा रहे हैं. मशीनों की रिपेयरिंग, बिजली का फिक्स चार्ज सहित कई तरह की परेशानी है.- गुणवंत सिंह मोंगिया, निदेशक, मोंगिया स्टील