रांची : जब कानून बनाने वाले ही नियमों की धज्जियां उड़ाये, तो आखिर नियमों के पालन की उम्मीद किनसे की जाये. स्थिति यह है कि शहर के विभिन्न सीओ और प्रशासन की कई गाड़ियां सड़कों पर बिना निबंधन के घूम रही हैं. इन पर नंबर प्लेट तक नहीं लगा है. अब तक ऐसी गाड़ियों का निबंधन ही नहीं कराया गया है. यही नहीं, सीओ की कुछ गाड़ियां ऐसी भी हैं, जिनका निबंधन वाहन खरीदारी के तीन-तीन साल बाद कराया गया है. उदाहरण के रूप में गाड़ी की खरीद मार्च, 2017 में हुई है. लेकिन, इन गाड़ियों का निबंधन जनवरी, 2020 में कराया गया है. यही नहीं, शहर अंचल, बड़गाईं अंचल, हेहल अंचल सहित विभिन्न अंचल के अंचलाधिकारी बिना नंबर वाली गाड़ी पर घूम रहे हैं.
हाल यह है कि पूरे शहर में यह गाड़ियां दिन भर घूमती रहती हैं. गाड़ियों पर प्रशासन लिखा है. कई गाड़ियों में अलग-अलग अंचल के अंचलाधिकारी का बोर्ड भी लगा है. लेकिन, नंबर ही नहीं लगा है. ऐसी गाड़ियों की जांच हो, तो कई चीजें फेल मिलेंगी. यही नहीं गाड़ियों में नंबर नहीं होने पर कोई भी ट्रैफिक पुलिसकर्मी चालान करने की हिम्मत भी नहीं करता है.
इस मामले में अधिकारियों का कहना है कि अलग-अलग कारणों से गाड़ियों का निबंधन नहीं हो सका है. गाड़ियों का निबंधन कराने के लिए पत्र लिखा जायेगा, ताकि ऐसी गाड़ियों का निबंधन जल्द से जल्द हो सके.
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