मरांग गोमके जयपाल सिंह मुंडा की 122वीं जयंती पर केंद्रीय सरना समिति ने उन्हें ऐसे किया याद

Marang Gomke Jaipal Singh Munda Jayanti 2025: केंद्रीय सरना समिति के अध्यक्ष बबलू मुंडा ने कहा कि रांची के जयपाल सिंह मुंडा स्टेडियम में मरांग गोमके जयपाल सिंह मुंडा की जयंती पर पहले तीन दिवसीय फुटबॉल प्रतियोगिता का आयोजन किया जाता था, लेकिन अब इसका आयोजन नहीं किया जाना दुर्भाग्यपूर्ण है.

By Guru Swarup Mishra | January 3, 2025 7:02 PM

Jaipal Singh Munda Jayanti 2025: रांची: झारखंड अलग राज्य की मांग करनेवाले प्रथम आंदोलनकारी, शिक्षाविद राजनीतिज्ञ और महान हॉकी खिलाड़ी मरांग गोमके जयपाल सिंह मुंडा की 122वीं जयंती पर केंद्रीय सरना समिति ने रांची के कचहरी स्थित जयपाल सिंह मुंडा स्टेडियम में उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित किया. केंद्रीय सरना समिति के अध्यक्ष बबलू मुंडा ने कहा कि मरांग गोमके जयपाल सिंह मुंडा झारखंड अलग राज्य की मांग करनेवाले महान प्रथम आंदोलनकारी थे. उनका सपना था कि झारखंड अलग राज्य बने और झारखंड के आदिवासी और मूलवासी का जीवन स्तर ऊंचा उठे और जल, जंगल, जमीन, भाषा-संस्कृति एवं खनिज संपदा की रक्षा हो सके. झारखंड अगल राज्य बना, लेकिन उनके सपने पूरे नहीं हुए.

लापरवाही से नहीं हो रही फुटबॉल प्रतियोगिता


बबलू मुंडा ने कहा कि झारखंड सरकार मुंडा विरोधी सरकार है. जयपाल सिंह मुंडा स्टेडियम में मरांग गोमके जयपाल सिंह मुंडा की जयंती पर तीन दिवसीय फुटबॉल प्रतियोगिता का आयोजन किया जाता था, लेकिन अब ये आयोजन नहीं हो रहा है. फुटबॉल के मैदान में दर्शकों के बैठने के बैठने के लिए गैलरी भी बना दी गयी है, उससे फुटबॉल खिलाड़ियों की खेल के दौरान दुर्घटना भी हो जाती थी. उस गैलरी को हटाने के लिए केंद्रीय सरना समिति ने झारखंड सरकार के नगर विकास मंत्री, रांची नगर निगम के प्रशासक, उपप्रशासक और अभियंता प्रमुख को मांग पत्र सौंपकर समस्या से अवगत कराया था, लेकिन रांची नगर निगम की लापरवाही के कारण उसे नहीं हटाया गया. इनकी जयंती पर फुटबॉल प्रतियोगिता का आयोजन नहीं कराना दुर्भाग्यपूर्ण है.

मांगें नहीं मानने पर होगा आंदोलन


मुख्य पहान जगलाल पहान ने कहा कि राज्य सरकार एवं रांची नगर निगम द्वारा उनकी मांगें पूरी नहीं की जाती हैं तो झारखंड में आंदोलन किया जाएगा. इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से केंद्रीय सरना समिति के अध्यक्ष बबलू मुंडा, मुख्य पहान जगलाल पहान, झारखंड आंदोलनकारी कुमोद कुमार वर्मा, मुन्ना हेमरोम, विशाल मुंडा, आशीष मुंडा, राजू पहान, प्रेम लिंडा, आर्यन छतरी, चिकू लिंडा, शुभम मुंडा, विकास सांगा, आशीष लिंडा, भोला केसरी आदि उपस्थित थे.

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