यूजी सेमेस्टर वन मिड सेमेस्टर के 34533 में से 29373 विद्यार्थियों का अंक नहीं हुआ अपलोड

रांची विवि प्रशासन के निर्देश के बावजूद कॉलेजों की शिथिलता के कारण स्नातक सेमेस्टर-1 के कुल 34533 विद्यार्थियों में से 29373 विद्यार्थियों के मिड सेमेस्टर का अंक अपलोड नहीं हो सका है.

By Prabhat Khabar News Desk | April 5, 2024 12:21 AM

रांची (विशेष संवाददाता). रांची विवि प्रशासन के निर्देश के बावजूद कॉलेजों की शिथिलता के कारण स्नातक सेमेस्टर-1 के कुल 34533 विद्यार्थियों में से 29373 विद्यार्थियों के मिड सेमेस्टर का अंक अपलोड नहीं हो सका है. इनमें रेगुलर कोर्स के कुल 32602 विद्यार्थियों में से 12368 विद्यार्थियों का मिड सेमेस्टर अंक पेंडिंग है, जबकि 16319 ऐसे विद्यार्थी हैं, जिनका अभी तक पेपर ही सेलेक्ट नहीं किया गया है. इस तरह अब तक सही रूप से सिर्फ 3915 विद्यार्थियों को ही फॉर्म भरने के लिए स्वीकृति मिल सकी है. वहीं वोकेशनल कोर्स के कुल 1931 विद्यार्थियों में से 686 विद्यार्थियों का अंक अपलोड नहीं हो सका है. सही रूप से 1245 विद्यार्थियों को फाइनल इयर का फॉर्म भरने की स्वीकृति प्रदान कर दी गयी है. सभी कॉलेजों को दो अप्रैल तक अंक अपलोड कर देने का निर्देश दिया गया था. इसी प्रकार एफवाइयूजीपी-वन के तहत 32602 विद्यार्थियों में मेजर पेपर में 18354 विद्यार्थियों का अंक अपलोड हो गया है, जबकि 14248 विद्यार्थियों का अंक अब तक अपलोड नहीं हुआ है. माइनर पेपर में 3988 विद्यार्थियों का अंक अपलोड हो गया है, लेकिन 28614 विद्यार्थियों का अंक अब तक अपलोड नहीं किया जा सका है.

राजभवन ने सत्र नियमित करने का दिया है निर्देश

राजभवन द्वारा सत्र नियमित करने के निर्देश के आलोक में विवि प्रशासन ने सभी अंगीभूत/अल्पसंख्यक/संबद्ध कॉलेजों को मिड सेमेस्टर का अंक दो अप्रैल तक अपलोड करने का निर्देश दिया गया था, ताकि विद्यार्थियों की फाइनल परीक्षा एकेडमिक कैलेंडर के मुताबिक समय पर ली जा सके. विवि प्रशासन ने कॉलेजों की इस शिथिलता को गंभीरता से लिया है. वहीं कुलपति डॉ अजीत कुमार सिन्हा ने ऐसे कॉलेजों को चिह्नित करने का निर्देश दिया है. राज्यपाल ने सत्र विलंब होने की स्थिति में जिम्मेवार व्यक्तियों को चिह्नित करने का निर्देश दिया है.

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