रांची: मारवाड़ी कॉलेज इन दिनों शिक्षकों की कमी से जूझ रहा है. कॉलेज में हर वर्ष विद्यार्थियों की संख्या बढ़ रही है, जबकि स्थायी शिक्षक प्रतिवर्ष कम होते जा रहे हैं. अनुबंध शिक्षकों के भरोसे काम चल रहा है. कॉमर्स विषय में सिर्फ पांच स्थायी शिक्षक हैं, जबकि विद्यार्थियों की संख्या 2500 से अधिक है. वहीं, विज्ञान के सभी विषयों में विद्यार्थियों की संख्या 250 से 300 तक है, लेकिन स्थायी शिक्षक किसी विषय में एक तो किसी में दो हैं. साइंस संकाय के कुछ विषयों में एक या दो स्थायी शिक्षक हैं. बाकी में अनुबंध के शिक्षक से काम चलाया जा रहा है. फिजिक्स, बॉटनी व जूलॉजी में एक-एक शिक्षक व मैथ्स में दो शिक्षक हैं.
वहीं आर्ट्स के विषय में फिलॉसफी में एक, ज्योग्राफी में दो, होम साइंस में एक, हिस्ट्री में दो, पॉलिटिकल साइंस में चार, बांग्ला में एक, हिंदी में दो और इंग्लिश में तीन स्थायी शिक्षक हैं. वहीं, कॉलेज में ब्वॉयज और गर्ल्स सेक्शन मिलाकर लगभग 2500 विद्यार्थी हैं. जबकि, शिक्षकों की संख्या सिर्फ पांच है. अनुबंध शिक्षकों से काम चल रहा है.
अनुबंध के शिक्षक लेते हैं क्लास :
मारवाड़ी कॉलेज में स्थायी शिक्षकों की मदद के लिए अनुबंध और घंटी आधारित शिक्षकों की नियुक्ति रांची विवि की ओर से की गयी है. विद्यार्थियों को पढ़ाई में कोई परेशानी न हो, इसलिए इन शिक्षकों के माध्यम से क्लास का संचालन किया जाता है. वहीं, स्थायी शिक्षक की कमी के कारण शोध सहित अन्य कार्य प्रभावित होते हैं.
किस विषय में कितने स्थायी शिक्षक
फिजिक्स 01
केमेस्ट्री 02
बॉटनी 01
मैथ्स 02
जूलॉजी 01
इंग्लिश 03
हिंदी 02
उर्दू 01
संस्कृत 02
बांग्ला 01
अर्थशास्त्र 03
ज्योग्राफी 02
होम साइंस 01
हिस्ट्री 02
फिलॉसफी 01
साइकोलॉजी 03
सोशियोलॉजी 01
पॉलिटिकल साइंस 04
टीआरएल 04
कॉमर्स 05