ranchi news : गूगल से कस्टमर केयर का नंबर निकालते हैं, तो पहले उसे वेरिफाइ जरूर करें
साइबर अपराध के खिलाफ प्रभात खबर के जन आंदोलन कार्यक्रम के पहले दिन रांची के डीपीएस स्कूल में आयोजित सभागार में झारखंड पुलिस के साइबर विशेषज्ञों ने छात्र-छात्राओं को अहम जानकारियां दीं.
रांची. साइबर अपराध के खिलाफ प्रभात खबर के जन आंदोलन कार्यक्रम के पहले दिन रांची के डीपीएस स्कूल में आयोजित सभागार में झारखंड पुलिस के साइबर विशेषज्ञों ने छात्र-छात्राओं को अहम जानकारियां दीं. इनमें कुमार विभूति, एसआइ मनीषा कुमारी, एसआइ तनु प्रिया व राहुल मिश्रा शामिल थे. विशेषज्ञों ने बताया कि अक्सर लोग गूगल से कस्टमर केयर का नंबर निकालकर फोन करते हैं और उनके साथ फ्रॉड हो जाता है. ऐसे में जरूरी है कि अगर आप गूगल से कोई नंबर ले रहे हैं, तो पहले उसे वेरिफाई कर लें. इसके बाद ही उसका इस्तेमाल करें. साथ ही विशेषज्ञों ने आधार नंबर के दुरुपयोग से कई तरह के साइबर फ्रॉड से बचाव के सुझाव दिये. उन्होंने कहा कि अपने आधार कार्ड को बायोमेट्रिक्स लॉक रखें. इससे इसका दुरुपयोग दूसरे लोग नहीं कर सकेंगे.
सोशल मीडिया अकाउंट को अपडेट करते रहें
विशेषज्ञों ने कहा कि आप फेसबुक या इंस्टाग्राम यूज करते हैं, तो उस अकाउंट का भी एक नंबर होता है. उसे समय-समय पर अपडेट करते रहें. ऐसा नहीं करने पर आपके अकाउंट नंबर से दूसरे लोग फेक अकाउंट बना लेते हैं.आधिकारिक स्टोर से ही कोई ऐप डाउनलोड करें
लुभावने ऑफर के चक्कर में लोेग असली ऐप की तरह दिखनेवाले नकली एपीके ऐप का इस्तेमाल कर लेते हैं. इसके बाद साइबर फ्रॉड एपीके फाइल्स में मैलवेयर व वायरस छिपाकर यूजर्स के डिवाइस में इंस्टॉल करवाते हैं. फिर निजी डाटा चोरी कर बैंकिंग जानकारी प्राप्त कर डिवाइस को अपने कंट्रोल में ले लेते हैं. इसके बाद साइबर अपराध करने में सफल हो जाते हैं. इसलिए केवल आधिकारिक ऐप स्टोर से ऐप डाउनलोड करें. अपने फोन में विश्वसनीय एंटी वायरस ऐप इस्टॉल करें. अनजान स्रोतों से कोई भी ऐप डाउनलोड नहीं करें. सिस्टम को हमेशा अपडेट रखना सुनिश्चित करें. सार्वजनिक स्थलों पर ब्लू टूथ व वाई-फाई के इस्तेमाल पर विशेष ध्यान दें. संदिग्ध कॉल्स, विज्ञापन, लिंक व मुफ्त ऑफर आदि को नजरअंदाज करें. साथ ही सिस्टम में ऑटोमेटिक डाउनलोड मोड को बंद रखें.डिफेमेशन : बदनाम करने के लिए फेक वीडियो और ऑडियो बनाकर बदनाम किया जाता है. इस तरह के मामलों में रिलेटिव व कलिग की संलिप्तता ज्यादा सामने आती है.अनजाने वीडियो कॉल को नजरअंदाज करें
आपके मोबाइल पर अचानक कोई वीडियो काॅल आता है. आप देखते हैं. तब इसका फायदा उठाकर साइबर फ्रॉड आपको ब्लैकमेल कर आपसे पैसे की उगाही करते हैं. इसलिए इस तरह के वीडियो का नजरअंदाज करें.चैरिटी के नाम पर भी ठगी का धंधा
इसी तरह कुछ गेम्स के जरिये भी हल्का सवाल देकर साइबर अपराधी आपसे आपकी पूरी जानकारी लेकर ठगी करते हैं. चैरिटी के नाम पर भी ठगी का धंधा चलाते हैं. अमेजन गिफ्ट के नाम पर भी धोखाधड़ी के मामले सामने आते रहते हैं. लोन फ्राॅड के मामले में भी इजाफा हुआ है. इस तरह के मामलों में अक्सर चाइनीज ऐप का इस्तेमाल होता है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है