झारखंड : रांची के जिला स्कूल में लगी भीषण आग, कड़ी मशक्कत के बाद पाया काबू, बच्चे सुरक्षित
रांची के जिला स्कूल में भीषण आग लग गई है. आग की लपटें धीरे-धीरे एक कमरे से दूसरे कमरे की तरफ फैल रही है. फिलहाल, किसी बच्चे के हताहत होने की सूचना नहीं है. कड़ी मशक्कत के बाद दमकल कर्मियों ने आग पर काबू पा लिया है.
राजधानी रांची जिला स्कूल में भीषण आग लगने की खबर सामने आ रही है. मिली जानकारी के अनुसार, यह आग इतना भीषण था कि पूरे स्कूल के परिसर में धूंआ फैल गया है. आग धीरे-धीरे कई कमरों में फैल रहा है. जानकारी यह भी है कि स्कूल में जब आग लगी तब वहां बच्चे थे. वहां मौजूद शिक्षकों ने उन्हें वजह से सुरक्षित बाहर निकाला है. घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर फायर ब्रिगेड की टीम पहुंची और आग पर काबू पाने की. कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया गया है. इस घटना में अभी तक किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है. बताया जा रहा है कि आग के कारण कई कमरे जलकर खाक हो गए हैं. कमरे में रखे बेंच भी पूरी तरह से जल गए हैं. आग की लपटें धीरे-धीरे एक कमरे से दूसरे कमरे की तरफ फैल रही थी.
झारखंड: रांची के अमर शहीद ठाकुर विश्वनाथ सहदेव जिला विद्यालय के तीन कक्षाओं में आग लगी।
जिला शिक्षा अधीक्षक मिथलेश केरकेट्टा ने बताया, "दमकल आग पर काबू पाने की कोशिश कर रही है। अभी 3 कमरों में आग लगी है और चौथे कमरे में लगनी शुरू हो गई है। यहां कोई भी बच्चा नहीं है और किसी भी… pic.twitter.com/ZcBEl7fwxi
— ANI_HindiNews (@AHindinews) August 3, 2023
इधर, रांची के अमर शहीद ठाकुर विश्वनाथ सहदेव जिला विद्यालय के तीन कक्षाओं में आग लगने की घटना पर जिला शिक्षा अधीक्षक मिथलेश केरकेट्टा ने ट्वीट किया. ट्वीट कर उन्होंने बताया कि, दमकल आग पर काबू पाने की कोशिश कर रही है. अभी 3 कमरों में आग लगी है और चौथे कमरे में लगनी शुरू हो गई है. यहां कोई भी बच्चा नहीं है और किसी भी तरह की जनहानि की शिकायत नहीं आई है.
आग की वजह शॉर्ट सर्किट
हादसे की जानकारी मिलते ही कोतवाली पुलिस ने दमकल को सूचित किया. सूचना पाकर दमकल की छह गाड़ियां मौके पर पहुंचीं. करीब पांच घंटे की मशक्कत के बाद दोपहर 2:00 बजे आग पर काबू पाया गया. दमकलकर्मियों के लौटने के एक घंटे बाद दोपहर 3:00 बजे घटनास्थल से दोबारा धुआं उठने लगा. पुलिस ने दोबारा दमकल की गाड़ियों को बुलाया और धुएं के स्रोत को पूरी तरह बुझा दिया. पुलिस प्रथमदृष्टया आग की वजह शॉर्ट सर्किट बता रही है. जबकि, स्कूल के कर्मचारी इसके लिए असामाजिक तत्वों को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं.
कैसे लगी आग
जानकारी के अनुसार, गुरुवार सुबह 9:00 बजे स्कूल खुलने पर बच्चों ने ग्राउंड में सामूहिक प्रार्थना की. इसके बाद अपनी-अपनी कक्षाओं में जाने लगे. इसी दौरान छठी कक्षा के बच्चों को स्टोर रूम से सटी सीढ़ी में आग जलती दिखी. उन्होंने इसकी सूचना स्कूल के कर्मियों को दी. तब तक आग स्टोर रूम को अपनी चपेट में ले चुकी थी. स्कूल की कक्षाओं की सीलिंग (छत) लकड़ियों से बनी है, जिसकी वजह से आग की लपटें तेजी से फैलने लगीं और पहले तल के पांच कमरों को अपनी चपेट में ले लिया. स्कूल के कर्मचारियों ने बताया कि करीब साल भर पहले भी स्टोर रूम से सटी सीढ़ी के पास अगलगी की घटना हुई थी.
कर्मियों ने विद्यार्थियों को सुरक्षित बाहर निकाला और उन्हें छुट्टी दे दी. स्कूल के हॉल में शिक्षकों का प्रशिक्षण कार्यक्रम चल रहा था, जिसे स्थगित करते हुए शिक्षकों को बाहर निकला गया. स्कूल का गेट छोटा होने की वजह से दमकल की गाड़ियां अंदर नहीं जा पा रही थी. पुलिस ने पोकलेन मशीन मंगायी और गेट को तुड़वाया. इसके बाद दमकल की अन्य गाड़ियों को अंदर भेजा गया.
गांजा पीनेवालों के कारण लगी आग : कर्मचारी
जिला स्कूल के प्रधान लिपिक बिरेंद्र साहू ने बताया कि रात में चहारदीवारी फांदकर कुछ असामाजिक तत्व स्कूल परिसर में गांजा पीने के लिए आ जाते हैं. संभव है कि उन्हीं लोगों ने जलता हुआ कोई सामान छोड़ दिया गया होगा, जिसकी वजह से यह हादसा हुआ है.