Jharkhand News: रांची जिले के मैक्लुस्कीगंज थाना क्षेत्र के दुल्ली स्थित सर्वधर्म स्थल परिसर में ग्रामीणों की एक बैठक दुल्ली ग्राम प्रधान जगनू पहान की अध्यक्षता में की गयी. इसमें दुल्ली दीवान नगर सर्वधर्म स्थल (मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारा व गिरजाघर एक ही परिसर में) पर राजा वारसी प्रेम कुटी मिशन नामक ट्रस्ट द्वारा कराये जा रहे निर्माण कार्य को लेकर चर्चा की गयी. ट्रस्ट द्वारा न सिर्फ नया साइन बोर्ड लगा दिया गया है, बल्कि चहारदीवारी भी तोड़ दी गयी है. ग्रामीणों ने बैठक कर इसका विरोध किया. इस दौरान 17 अप्रैल को उर्स मेला नहीं लगने देने का निर्णय लिया गया.
ग्रामीणों ने जतायी आपत्ति
ग्रामीणों ने बैठक में आरोप लगाते हुए कहा कि ट्रस्ट के कर्मियों ने मंदिर के पुजारी श्रवण यादव को धमकी देते हुए हटा दिया. कर्मियों ने सर्वधर्म स्थल की चहारदीवारी को तोड़ दिया. सुरक्षा की दृष्टि से मंदिर में लगे ताला को भी तोड़ दिया. इसके साथ ही इसी परिसर में अधूरे पड़े चर्च को बिना ग्रामीणों व मसीही समुदाय को सूचित किये दीवार के निर्माण कार्य का ग्रामीणों ने विरोध किया. ग्रामीणों ने बताया कि पर्यटन विभाग द्वारा पूर्व में सुंदरीकरण का कार्य कराया गया था, जिसको लेकर मुख्य मार्ग व सर्वधर्म परिसर में शिलापट्ट व साइन बोर्ड भी लगाया गया था. ट्रस्ट के कर्मियों ने बिना प्रशासनिक अनुमति के शिलापट्ट व साइन बोर्ड में छेड़छाड़ कर ट्रस्ट के नाम को अंकित किया है. इस कृत्य पर ग्रामीणों ने आपत्ति जताते हुए नाराजगी व्यक्त की है.
उर्स मेला का विरोध
सर्वधर्म स्थल परिसर में 17 अप्रैल को ट्रस्ट द्वारा उर्स मेला का आयोजन करने के निर्णय का स्थानीय ग्रामीणों ने विरोध किया है. उर्स मेला नहीं लगने देने का निर्णय लिया गया. बैठक के अंत में ग्रामीणों ने सर्वसम्मति से राजा वारसी प्रेम कुटी मिशन के किसी भी सदस्य को सर्वधर्म स्थल परिसर में किसी भी तरह का निर्माण आदि कार्य को नहीं करने देने का निर्णय लिया. बैठक में मैक्लुस्कीगंज थाना के सअनि मिर्जा सोरेन, जितेन्द्रनाथ पांडेय, रतिया गंझू, मुकेश यादव प्रताप यादव, बैजनाथ महतो, विजय गुप्ता, बबलू गुप्ता, नन्दू गंझू, रबिन्द्र यादव, प्रकाश यादव, रामचंद्र यादव, सुनील पासवान, राकेश सिंह सहित राजा वारसी प्रेम कुटी मिशन के मो इम्तियाज़ शामिल थे. आपको बता दें कि सर्वधर्म स्थल आपसी सौहार्द का प्रतीक है. जानकारी के अनुसार लगभग 428 एकड़ जमीन ट्रस्ट के नाम है. मैक्लुस्कीगंज सहित स्थानीय ग्रामीणों के सहयोग से सर्वधर्म स्थल परिसर में समय-समय पर धार्मिक आयोजन किया जाता रहा है.
रिपोर्ट: रोहित कुमार