Ranchi News: रांची विवि (Ranchi University) के अंतर्गत आनेवाले कई कॉलेजों में बीएड की पढ़ाई होती है. छात्रों को एमएड करने के लिए दूसरे राज्य या फिर प्राइवेट बीएड कॉलेजों का सहारा लेना पड़ता है. लेकिन, जल्द ही रांची विवि में MEd की पढ़ाई शुरू होनेवाली है. अगले सत्र से विद्यार्थी एजुकेशन में पीजी कर सकेंगे.
रांची विवि की ओर से अगले सत्र से एमएड की पढ़ाई शुरू करने को लेकर एक कमेटी का गठन किया गया है. यही कमेटी इस कोर्स का सिलेबस तय करेगी. तैयार सिलेबस को एकेडमिक काउंसिल में रखा जायेगा. यहां से अप्रूवल मिलने के बाद इसे राज्य सरकार के पास भेजा जायेगा. यहां तक की प्रक्रिया पूरी होने के बाद इस कोर्स के प्रस्ताव को एनसीटीइ के पास भेजा जायेगा. वहीं, कोर्स के संचालन के लिए जगह चिह्नित की जायेगी. वहीं, विवि एमए इन फिजिकल एजुकेशन की पढ़ाई भी शुरू करने की योजना बना रहा है. फिलहाल, एमपीएड की पढ़ाई के लिए विद्यार्थी मध्यप्रदेश या महाराष्ट्र का रुख करते हैं.
Also Read: JOSAA Seat Allotment 2022: जेइइ एडवांस के टॉपरों की फेवरेट सूची में इतने नंबर पर लुढ़का IIT-ISM धनबाद
रांची विवि में एमएड की पढ़ाई शुरू होने से बीएड करनेवाले विद्यार्थियों को फायदा होगा. हमारी कोशिश है कि अगले सत्र से एमएड की पढ़ाई शुरू कर दी जाये. सिलेबस तैयार करने के लिए कमेटी बना दी गयी है.
झारखंड यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी (जेयूटी) में प्रति क्लास के आधार पर विभिन्न विषयों में असिस्टेंट प्रोफेसर को रखा जायेगा. इस क्रम में सिविल इंजीनियरिंग और कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग विभाग में असिस्टेंट प्रोफेसर को वॉक इन इंटरव्यू के माध्यम से रखने का निर्णय लिया गया है. नियुक्त शिक्षक को प्रति क्लास 600 रुपये अौर अधिकतम 36 हजार रुपये प्रतिमाह दिये जायेेंगे. विवि में सिविल इंजीनियरिंग विभाग में एसटी कोटा में एक पद और कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग में सामान्य कोटा में एक पद पर नियुक्ति की जा रही है.
नियुक्ति के लिए वाक इन इंटरव्यू 11 अक्तूबर 2022 को दिन के 10 बजे से लिया जायेगा. अभ्यर्थियों को आवश्यक दस्तावेजों के साथ सुबह 9:30 बजे तक जेयूटी परिसर नामकुम में उपस्थित रहने के लिए कहा गया है. इनकी नियुक्ति एक वर्ष या फिर रेगुलर नियुक्ति होने तक के लिए की जायेगी. आवेदन करनेवाले अभ्यर्थी की आयु इंटरव्यू की तिथि तक न्यूनतम 50 वर्ष व अधिकतम 65 वर्ष तक तथा सेवानिवृत्त शिक्षकों की आयु 70 वर्ष से कम होनी चाहिए.