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Jharkhand News: मुख्यमंत्री मेधा छात्रवृत्ति के लिए आज से फॉर्म भर सकेंगे छात्र, ऐसे करें आवदेन

झारखंड में आज से मेधा मुख्यमंत्री छात्रवृत्ति योजना के लिए आवेदन की प्रक्रिया शुरू हो रही है, छात्र इसके लिए 30 अप्रैल तक जैक की वेबसाइट से फॉर्म भर सकते हैं. इसके लिए 5 हजार विद्यार्थियों का चयन होना है

By Prabhat Khabar News Desk | March 31, 2022 1:19 PM

Jharkhand News रांची: झारखंड में मुख्यमंत्री मेधा छात्रवृत्ति परीक्षा के आवेदन जमा करने की प्रक्रिया आज से शुरू हो गयी है इच्छुक विद्यार्थी 30 अप्रैल तक जैक की वेबसाइट से फॉर्म जमा कर सकते हैं. आवेदन ऑनलाइन जमा लिये जायेंगे. जिसके बाद जिला शिक्षा पदाधिकारी की ओर से सात अप्रैल से तीन मई तक प्राप्त आवेदन को ऑनलाइन सत्यापित किया जाएगा.

प्रवेश पत्र वितरण एवं परीक्षा की तिथि जैक की ओर से बाद में घोषित की जायेगी. कक्षा आठ में सरकारी विद्यालयों में पढ़ने वाले वैसे विद्यार्थी, जिन्हें सातवीं की परीक्षा में 55 फीसदी अंक आये हों, वे परीक्षा में शामिल हो सकते हैं.

अनुसूचित जाति व अनुसूचित जनजाति के विद्यार्थियों को अंक में पांच फीसदी की छूट दी गयी है. चयनित विद्यार्थियों को कक्षा नौवीं से 12वीं तक के लिए प्रत्येक वर्ष 12000 रुपये छात्रवृत्ति दी जायेगी. छात्रवृत्ति के लिए प्रत्येक वर्ष 5000 विद्यार्थियों का चयन किया जायेगा.

एनटीएसइ की तर्ज पर ली जायेगी परीक्षा :

परीक्षा की पूरी प्रक्रिया राष्ट्रीय प्रतिभा खोज परीक्षा (एनटीएसइ) की तर्ज पर तैयार की गयी है. परीक्षा दो खंड में ली जायेगी. दोनों खंड में 90-90 अंक के प्रश्न पूछे जायेंगे. प्रश्न की कठिनाई का स्तर कक्षा सात व आठ का होगा. रिजनिंग, विज्ञान, सामाजिक विज्ञान और गणित विषय से प्रश्न पूछे जायेंगे.

हर जिले से 400 विद्यार्थी चुने जायेंगे

छात्रवृत्ति के तहत हर जिले से चयनित होनेवाले विद्यार्थियों की संख्या निर्धारित कर दी गयी है. एक जिला से अधिकतम 400 बच्चों का चयन होगा. परीक्षा में चयन के लिए कट ऑफ मार्क्स 60 फीसदी निर्धारित किया गया है. सभी खंड में न्यूनतम 40 फीसदी (एसटी-एससी वर्ग के विद्यार्थियों के लिए 35 फीसदी) अंक लाना अनिवार्य होगा. 30 फीसदी सीट छात्राओं के लिए आरक्षित की गयी है.

वर्ष 2019 में बनी थी योजना, अब होगी लागू

सीएम मेधा छात्रवृत्ति योजना वर्ष 2019 में तैयार की गयी थी. वर्ष 2019 में परीक्षा को लेकर तय प्रावधान के तहत विद्यार्थियों के चयन में परेशानी की बात सामने आयी थी. इसके अलावा कोविड के कारण भी परीक्षा नहीं ली जा सकी थी. इस वर्ष फरवरी में इसमें फिर से बदलाव किया गया. अब तीन साल बाद फिर से परीक्षा लेने की तैयारी शुरू की गयी है

Posted By: Sameer Oraon

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