झारखंड में चल रही मनरेगा के 1.57 लाख योजनाओं पर चलेगी कैंची, जानें क्या है इसकी बड़ी वजह

मनरेगा के तहत जिन योजनाओं पर एक भी पैसा खर्च नहीं हुआ है, उन सभी को मनरेगा सॉफ्टवेयर से हटा दिया जाएगा. ऐसी योजनाएं दुमका जिले में सबसे ज्यादा है तो इस मामले में दूसरा स्थान पलामू का है.

By Prabhat Khabar News Desk | December 4, 2021 7:38 AM

रांची : मनरेगा के तहत स्वीकृत 1.57 लाख योजनाओं को मनरेगा सॉफ्टवेयर से हटा दिया जायेगा. इसकी वजह इन योजनाओं पर अब तक एक भी पैसा खर्च नहीं किया जाना है. वहीं, 279 योजनाओं में सिर्फ सामग्रियों के नाम पर खर्च दिखाया गया है, उस रकम की वसूली की जायेगी. मनरेगा की ताजा स्थिति की समीक्षा के दौरान यह पाया गया है कि मनरेगा के तहत स्वीकृत 1.57 लाख योजनाएं अब तक शुरू ही नहीं की गयी हैं.

यानी इन योजनाओं पर एक भी पैसा खर्च नहीं हुआ है. इससे यह अनुमान लगाया जा रहा है कि ये योजनाएं फिजिबल नहीं हैं. इसलिए ऐसी योजनाओं को रद्द करते हुए मनरेगा सॉफ्टवेयर से हटाने का निर्णय लिया गया. ऐसी योजनाएं दुमका जिले में सबसे ज्यादा है. यहां 16,090 योजनाएं ऐसी हैं, जिन पर एक भी पैसा खर्च नहीं हुआ है. इस मामले में दूसरे नंबर पर पलामू जिला है, यहां 12,269 योजनाओं पर अब तक एक भी पैसा खर्च नहीं हुआ है.

बेकार पड़ी योजनाओं में गढ़वा तीसरे नंबर पर

अब तक पैसा खर्च नहीं की जानेवाली योजनाओं के मामले में गढ़वा तीसरे नंबर पर है. इस जिले में 15,085 योजनाएं ऐसी हैं, जिन पर एक भी पैसा खर्च नहीं हुआ है. समीक्षा में पाया गया कि राज्य में 279 योजनाएं ऐसी हैं, जिन्हें क्रियान्वित करने के नाम पर सिर्फ सामग्री खरीदी गयी है. इन पर मजदूरी मद का खर्च शून्य है. यानी योजनाओं को क्रियान्वित करने के नाम पर सामान खरीद कर छोड़ दिया गया है. यह किन परिस्थितियों में हुआ है, इसकी जांच करने और दोषी लोगों को चिह्नित करने निर्देश दिया गया. साथ ही चिह्नित किये गये लोगों से सामग्री मद में खर्च की गयी राशि की वसूली का आदेश दिया गया है.

इन योजनाओं पर खर्च नहीं हुआ

जिला योजना

पलामू 12269

गिरिडीह 10500

गढ़वा 15085

देवघर 12218

प सिंहभूम 12633

रांची 5985

बोकारो 7402

चतरा 3770

जिला योजना

पू सिंहभूम 3915

दुमका 16090

सरायकेला 5640

साहेबगंज 9754

गुमला 3119

लातेहार 5357

हजारीबाग 4841

सिमडेगा 3772

जिला योजना

जामताड़ा 4806

गोड्डा 3948

धनबाद 6244

पाकुड़ 810

खूंटी 810

रामगढ़ 1926

लोहरदगा 1746

कोडरमा 2954

Posted By : Sameer Oraon

Next Article

Exit mobile version