रांची : मनरेगा मजदूरों के बकाया भुगतान को लेकर मामला फंस गया है. दो महीना बीतने के बाद भी उन्हें मजदूरी नहीं दी जा रही है. भारत सरकार से पैसा नहीं मिलने से यह स्थिति उत्पन्न हुई है. हालांकि केंद्रीय ग्रामीण विकास विभाग का कहना है कि राशि जारी कर दी गयी है. फिलहाल मनरेगा मजदूरों का 300 करोड़ रुपये से बकाया हो गया है.
झारखंड को अब तक सात करोड़ मानव दिवस के लिए राशि दे दी गयी है, जबकि यहां 8.25 करोड़ मानव दिवस सृजित हुए हैं. इस तरह करीब 1.25 करोड़ मानव दिवस अधिक सृजित हुए हैं. इस तरह इसके भुगतान के लिए 300 करोड़ रुपये से अधिक की राशि चाहिए. दो दिन पूर्व केंद्रीय ग्रामीण विकास सचिव एनएन सिन्हा सहित कई वरिष्ठ अधिकारी रांची पहुंचे. अधिकारी यहां कार्यक्रम में शामिल होकर चले भी गये, लेकिन अभी भी समस्या बरकरार है.
(करोड़ में)
बोकारो 12.29
चतरा 10.97
देवघर 22.41
धनबाद 9.47
दुमका 19.34
पू सिंहभूम 6.96
गढ़वा 38.55
गिरिडीह 33.41
गोड्डा 11.97
गुमला 6.06
हजारीबाग 21.45
जामताड़ा 12.28
खूंटी 2.66
कोडरमा 7.07
लातेहार 17.90
लोहरदगा 2.95
पाकुड़ 6.87
पलामू 18.98
रामगढ़ 5.27
रांची 10.65
साहिबगंज 8.46
सरायकेला 10.40
सिमडेगा 5.0
प सिंहभूम 7.5
कुल 308.87
झारखंड का कोई पैसा बकाया नहीं है. बकाया राशि रिलीज की गयी है. पहले फाइनांसियल ऑडिट नहीं होने से राशि निर्गत नहीं की गयी थी, लेकिन ऑडिट होने के बाद राशि निर्गत कर दी गयी है.
एनएन सिन्हा, सचिव,
केंद्रीय ग्रामीण विकास विभाग
Posted By : Sameer Oraon