रांची में हुए मिड डे मील घोटाले का आरोपी राजू कुमार वर्मा गिरफ्तार, ED कर रही थी दो साल से तलाश
ईडी ने राजू को पकड़ने की योजना बनायी. ईडी की टीम ने उसकी पत्नी के नंबर पर फोन कर बताया कि वे एक कंपनी के कस्टमर केयर से बोल रहे हैं. उनके नाम पर नन स्टिक कुकवेयर का गिफ्ट निकला है
Jharkhand News: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी ) ने रांची में हुए 100 करोड़ रुपये के मिड डे मील घोटाले में मनी लाउंड्रिंग के आरोपी भानु कंस्ट्रक्शन के कर्मचारी राजू कुमार वर्मा को पटना से गिरफ्तार किया. कोर्ट के आदेश पर इडी ने उसे पांच दिनों के रिमांड पर लिया है. ईडी को दो साल से उसकी तलाश थी. उसे पकड़ने के लिए ईडी ने जाल बिछाया था. इडी ने राजू की पत्नी का नंबर ट्रैक किया. लेकिन उसका लोकेशन कभी खूंटी, कभी बिहारशरीफ तो कभी नालंदा सहित अन्य जिलों में मिल रहा था.
पिछले कुछ दिनों से नंबर का लोकेशन पटना दिख रहा था. तब ईडी ने राजू को पकड़ने की योजना बनायी. ईडी की टीम ने उसकी पत्नी के नंबर पर फोन कर बताया कि वे एक कंपनी के कस्टमर केयर से बोल रहे हैं. उनके नाम पर नन स्टिक कुकवेयर का गिफ्ट निकला है. राजू को उसकी पत्नी ने गिफ्ट लेने के लिए भेजा. जब वह गया घाट स्थित सेंटर गिफ्ट लेने पहुंचा, तो पहले से तैयार ईडी की टीम ने उसे पकड़ लिया.
क्या है मीड डे मिल का मामला:
वर्ष 2017 में मध्याह्न भोजन प्राधिकरण ने हटिया स्ठित स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में 120.31 करोड़ देकर कर इसमें से 100.01 करोड़ रुपये विभिन्न जिलों में भेजने और 20 करोड़ रुपये स्टेट बैंक के खाते में भेजने का निर्देश दिया था. एक सुनियोजित साजिश के तहत बैंक अधिकारियों ने इसमें से 100 करोड़ रुपये भानु कंस्ट्रक्शन के खाते में ट्रांसफर कर दिये. भानु कंस्ट्रक्शन ने इस पैसे से महंगी गाड़ियां खरीदी और अन्य काम किये.
राजू के खाते में भी भानु कंस्ट्रक्शन के खाते से 8.27 करोड़ रुपये ट्रांसफर किये गये थे. वर्मा ने पैसों की निकासी कर महंगी गाड़ियां खरीदी. मामले में भानु कंस्ट्रक्शन के सर्वेसर्वा संजय कुमार तिवारी को इडी पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है. इस मामले में सीबीआइ ने प्राथमिकी दर्ज की थी और बाद में इडी ने इसमें मनी लाउंड्रिंग के आरोपों की जांच के लिए प्राथमिकी दर्ज की.