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दूसरे राज्यों में प्रवासी मजदूरों को घर से निकाला, हेमंत सरकार की पहल पर मिला ठौर

राजस्थान, चंडीगढ़, कर्नाटक और तमिलनाडु में रह रहे झारखंड के प्रवासी मजदूरों ने कंट्रोल रूम में की शिकायत घर से निकाले गये, तो पैदल ही झारखंड चल दिये, सरकार की पहल पर कुछ को मकान मालिकों ने बुलाया, कुछ को शेल्टर होम में रखा गया

By Prabhat Khabar News Desk | May 25, 2020 5:13 AM
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रांची : लॉकडाउन में अपने प्रवासी मजदूर कष्ट झेल रहे हैं. राजस्थान, चंडीगढ़, कर्नाटक और तमिलनाडु में फंसे प्रवासी मजदूरों के सामने उस समय विकट स्थिति हो गयी, जब उनके मकान मालिकों ने ही घर से निकाल दिया. आर्थिक तंगी के कारण मजदूर मकान का भाड़ा देने में असमर्थ थे. मकान मालिक ने जब मकान खाली करने का फरमान सुनाया, तो इन लोगों ने पैदल ही झारखंड आने की ठान ली. मजदूरों ने इसकी शिकायत राज्य के कंट्रोल रूम में भी की. इसके बाद झारखंड सरकार सक्रिय हुई.

मजदूरों को घर से निकाले जाने की सूचना के बाद कंट्रोल रूम के अधिकारियों ने मजदूरों से मालिकों का नंबर लेकर उनसे बातचीत शुरू की. इस कोशिश में अब तक अजमेर और राजस्थान के कुछ मकान मालिकों ने मजदूरों को वापस अपने घर बुला लिया है. तमिलनाडु से झारखंड के लिए पैदल ही निकले कुछ मजदूरों को रास्ते में रोकने की कोशिश की जा रही है.

कंट्रोल रूम की कोशिशों से उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर पहुंचे कुछ मजदूरों को शेल्टर होम में जगह मिली है. इधर, कुछ मजदूरों के पैदल ही चित्तूर पहुंचने की सूचना कंट्रोल रूम को मिली है. इन मजदूरों को भी शेल्टर होम में जगह दिलाने के लिए आंध्र प्रदेश के कंट्रोल रूम से बातचीत की जा रही है. सबसे ज्यादा झारखंडी मजदूर गुजरात में फंसे हैं. यहां फंसे मजदूरों की संख्या 2.12 लाख है. महाराष्ट्र में 1.89 लाख और तमिलनाडु में 82.12 हजार मजदूर फंसे हैं.

मुंबई में आइआइटी के छात्र भी कर रहे बस की व्यवस्थाझारखंड निवासी आइआइटी मुंबई के कुछ छात्र भी घर पहुंचने के लिए बसों की व्यवस्था करने में लगे हैं. सरकारी आंकड़ों के अनुसार, दूसरे राज्यों में फंसे मजदूरों की संख्या बढ़ कर अब 10.38 लाख हो गयी है. इनमें से अब तक 7.22 लाख मजदूरों ने घर वापसी के लिए रजिस्ट्रेशन कराया है.

घर वापसी के लिए रजिस्ट्रेशन का ब्योरा

राज्य……………. मजदूर

अंडमान निकोबार……….659

चंडीगढ़………. 680

दादर नगर हवेली……….3,087

दमन और दीव……….2,733

दिल्ली……… .48,880

पुडुचेरी……….894

अरुणाचल ……….25,745

असम……….2,079

आंध्र प्रदेश……….25,745

उत्तर प्रदेश……….28,034

ओड़िशा……….20,130

कर्नाटक……….58,312

केरल……….16,789

गुजरात……….96,198

गोवा……….8,484

छत्तीसगढ़………. 6,545

जम्मू-कश्मीर……….2,414

तेलंगाना……….40,378

त्रिपुरा……….834

नगालैंड……….148

पंजाब……….9,610

राज्य……………. मजदूर

पश्चिम बंगाल……….21,838

बिहार……….15,442

मणिपुर……….249

मध्य प्रदेश……….8,664

महाराष्ट्र……….1,41,121

मिजोरम……….1,624

मेघालय……….261

राजस्थान……….15,636

सिक्किम……….220

हरियाणा……….28,585

हिमाचल……….5,918

लक्षद्वीप……….02

लद्दाख……….28

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