रांची: झारखंड के पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री मिथिलेश कुमार ठाकुर, विधायक विकास मुंडा एवं राजेश कच्छप आज सोमवार की दोपहर रांची के नगड़ी स्थित दलादली गांव पहुंचे और सीपीएम के दिवंगत नेता सुभाष मुंडा के परिजनों से मुलाकत की. इस दौरान उन्होंने इन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की. मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने दिवंगत सुभाष मुंडा के पिता लालू मुंडा, माता एवं परिवार के अन्य सदस्यों से बातचीत कर घटना की पूरी जानकारी ली. उन्होंने परिजनों को ढाढ़स बंधाया. दिवंगत सुभाष मुंडा के परिजनों ने मंत्री से सीएम हेमंत सोरेन से मुलाकात कराने व आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी का अनुरोध किया. मंत्री ने कहा कि साजिशकर्ता बेनकाब होंगे. किसी भी कीमत पर दोषी बख्शे नहीं जाएंगे. सुभाष मुंडा के परिजनों को न्याय मिलेगा.
परिजनों ने लगायी सुरक्षा की गुहार
सीपीएम के दिवंगत नेता सुभाष मुंडा के माता-पिता और परिजनों ने झारखंड के पेयजल मंत्री मिथिलेश ठाकुर से मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मुलाकात करवाने का अनुरोध किया. इसके अलावा परिजनों ने मंत्री से पूरे परिवार की सुरक्षा की गुहार लगायी. उन्होंने दलादली के समीप एक टीओपी की स्थापना कराने का भी अनुरोध किया. स्व. मुंडा के माता-पिता ने आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने को कहा है.
हत्याकांड को लेकर गंभीर हैं सीएम हेमंत सोरेन
आपको बता दें कि पिछले दिनों सीपीएम नेता सुभाष मुंडा की अपराधियों ने उनके कार्यालय में घुसकर गोली मारकर हत्या कर दी थी. मुख्यमंत्री के निर्देश पर मंत्री मिथिलेश कुमार ठाकुर स्व. मुंडा के परिजनों से मुलाकात करने उनके गांव पहुंचे थे. मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने स्व. मुंडा के परिजनों को कहा कि मुख्यमंत्री इस घटना को लेकर काफी गंभीर हैं तथा पुलिस महानिदेशक को उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि जल्द से जल्द आरोपियों को गिरफ्तार करें.
सुभाष मुंडा के परिजनों को मिलेगा न्याय
पेयजल मंत्री मिथिलेश कुमार ठाकुर ने बताया कि स्व. मुंडा के परिजनों द्वारा सभी मांगों एवं अनुरोध को वे मुख्यमंत्री के संज्ञान में देंगे और बहुत जल्द स्व. मुंडा के परिजनों को मुख्यमंत्री से मुलाकात करायेंगे. उन्होंने कहा कि बहुत जल्द इस पूरे हत्या प्रकरण से पर्दा उठ जाएगा. हत्यारों को कानून सम्मत सजा तो मिलेगी ही, इसके साथ ही इस पूरे घटनाक्रम के पीछे के साजिशकर्ताओं को बेनकाब किया जाएगा. स्व. मुंडा के परिजनों को न्याय मिलेगा. किसी भी कीमत पर दोषी बख्शे नहीं जाएंगे और ऐसी व्यवस्था की जाएगी कि भविष्य में इस प्रकार की घटना घटित न हो.
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हत्याकांड को बताया लाल झंडे को कमजोर करने की गहरी साजिश
इधर, पिछले दिनों सीपीएम के पोलित ब्यूरो सदस्य व पूर्व सांसद डॉ रामचंद्र डोम ने सुभाष मुंडा हत्याकांड के हर पहलू की जांच कराए जाने और दोषियों को समय सीमा के अंदर गिरफ्तार कर उन्हें सजा दिलाए जाने की मांग की थी. उन्होंने कहा कि ये लाल झंडे को कमजोर करने की गहरी साजिश है. वे पार्टी के राज्य कार्यालय में प्रेस को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि सुभाष मुंडा दलादली इलाके में कम्युनिस्ट आंदोलन की तीसरी पीढ़ी का प्रतिनिधित्व करते थे. उनके दादा शुक्रा मुंडा एक भूतपूर्व सैनिक थे और युद्ध में उन्होंने अपना एक पैर गंवाया था. सेना से रिटायर होने के बाद वे कम्युनिस्ट पार्टी से जुड़ गए थे. इस इलाके में आदिवासियों और दूसरे गरीबों के शोषण के खिलाफ हमेशा संघर्ष करते रहते थे. उन्हीं से प्रेरणा लेकर रांची के पंचपरगना क्षेत्र में गरीबों और आदिवासियों की भूमि हड़पने वाले महाजनों के खिलाफ 70 और 80 के दशक में ऐतिहासिक संघर्ष चला था. झारखंड बनने ठीक तीन महीने पहले दलादली का चाय बागान, जो आदिवासियों की जमीन थी और आजादी के बाद अंग्रेजों ने इस जमीन को अवैध तरीके से स्थानीय भूस्वामियों के हवाले कर दिया था. इसे बचाने की लड़ाई शुक्रा मुंडा के नेतृत्व में लड़ी गयी थी. इस दौरान जमींदारों द्वारा की गई फायरिंग में तीन आदिवासियों की मौत हुई थी. हालांकि आक्रोशित आदिवासियों द्वारा आत्मरक्षार्थ तीर-धनुष का इस्तेमाल किए जाने से जमींदार की भी मौत हो गयी थी.
3 अगस्त को दलादली चौक पर एक विशाल श्रद्धांजलि सभा
सीपीएम के राज्य सचिव प्रकाश विप्लव ने पिछले दिनों प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए कहा था कि इस वीभत्स हत्याकांड के खिलाफ सीपीएम सहित अन्य वामदलों, सामाजिक संगठनों, जनसंगठनों व सिविल सोसायटी द्वारा राज्यव्यापी विरोध का सिलसिला जारी है. इसी कड़ी में आगामी 3 अगस्त को दलादली चौक पर एक विशाल श्रद्धांजलि सभा होगी, जिसे वामदलों के राज्य नेतृत्व के अलावा सीपीएम की पोलित ब्यूरो सदस्य बृंदा कारात भी संबोधित करेंगी. प्रकाश विप्लव ने कहा था कि इस घटना के बाद मुख्यमंत्री सचिवालय से संपर्क करने की लगातार कोशिश की गयी ताकि पार्टी का एक शिष्टमंडल मुख्यमंत्री से मिल सके, लेकिन मुख्यमंत्री सचिवालय ने दर्जनों बार संपर्क किए जाने के बावजूद कोई जवाब नहीं दिया. पार्टी के जिला सचिव सुखनाथ लोहरा ने प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि सुभाष मुंडा के नेतृत्व में नगड़ी प्रखंड में केंद्र सरकार के पायलट प्रोजेक्ट के खिलाफ संघर्ष हो या सिलागाईं में बीर बुधु भगत के स्मारक को बचाने की लड़ाई. सुभाष मुंडा हमेशा संघर्ष की अगली कतार में रहे थे.