कांग्रेस विधायकों के पास से कोलकाता में जब्त किये गये 49 लाख रुपये माइनिंग क्षेत्र से जुटाये गये थे. यह बात विधायक राजेश कच्छप ने ईडी के अधिकारियों से मंगलवार को पूछताछ के दौरान कही. ईडी की टीम ने जब विधायक राजेश से कोलकाता पुलिस द्वारा जब्त पैसों के स्रोत के बारे में पूछा, तो उन्होंने उक्त बातें कही.
वहीं, ईडी के अधिकारियों ने पाया कि बरामद राशि के स्रोत के बारे में विधायक इरफान अंसारी और राजेश कच्छप के बयान में अंतर है. इरफान ने पेट्रोल पंप से हुई बिक्री को पैसों का स्रोत बताया था. दोनों ही विधायकों ने पूरे प्रकरण में शिकायतकर्ता जयमंगल सिंह उर्फ अनूप सिंह की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाये.
विधायक कैश कांड में दूसरी बार ईडी द्वारा जारी समन के आलोक में खिजरी के विधायक राजेश कच्छप पूछताछ के लिए हाजिर हुए. पूछताछ के दौरान उन्होंने खुद को निर्दोष बताने की कोशिश की. असम जाने व राज्य सरकार को गिराने की किसी साजिश में शामिल होने के आरोपों को गलत बताया. उन्होंने आदिवासी दिवस के अवसर पर गरीब महिलाओं के बीच बांटने के लिए साड़ी खरीदने के उद्देश्य से कोलकाता यात्रा करने की बात कही.
कोलकाता में जब्त पैसों के स्रोत के बारे में पूछे गये सवालों का जवाब दिया. उन्होंने इसे माइनिंग क्षेत्र से जुटाया गया पैसा बताया. हालांकि इस बात की सही जानकारी देने में असमर्थ रहे कि माइनिंग क्षेत्र के किन किन लोगों से यह पैसे जुटाये गये थे. वहीं दूसरी ओर इरफान अंसारी ने सोमवार को हुई पूछताछ के दौरान कोलकाता यात्री की वजह साड़ी खरीदना ही बताया था.
लेकिन पेट्रोल पंप के सेल को पैसों का स्रोत बताया था. पूछताछ के शुरुआती दौर में इडी ने उनसे उनकी आमदनी के सभी स्रोतों की जानकारी मांगी. साथ ही उनके और उनके पारिवारिक सदस्यों की आय और संपत्ति से जुड़े सवाल पूछे. इसके बाद उनसे उनकी गुवाहाटी और कोलकाता यात्रा से संबंधित सवाल पूछे. उन्होंने गुवाहाटी जाने और किसी से मिलने के आरोपों से इनकार किया.
जब्त पैसों में उनका पैसा कितना था. इस बिंदु पर उनके द्वारा दिये गये जवाब से इडी के अधिकारी संतुष्ट नहीं हुए. राजेश कच्छप ने कोलकाता में अपनी गिरफ्तारी को सुनियोजित साजिश का परिणाम बताया. हालांकि वह साफ साथ यह नहीं बता सके कि उन्हें फंसाने की साजिश में कौन शामिल था. पूछताछ के दौरान उन्होंने विधायक कैश कांड के शिकायतकर्ता अनूप सिंह की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल उठाये.