रांची सहित पूरे झारखंड में मोबाइल फोन का कारोबार हर महीने तेजी से बढ़ रहा है. इन दिनों झारखंड में मोबाइल फोन का कारोबार प्रति माह 125-130 करोड़ रुपये के बीच पहुंच गया है. जबकि, दो साल पहले यह कारोबार प्रति माह 95-100 करोड़ रुपये के बीच था. बाजार जानकारों का कहना है कि मोबाइल फोन का कारोबार बढ़ने का मुख्य कारण आसान फाइनांस है.
कोरोना काल में ऑनलाइन मीटिंग और ऑनलाइन क्लास के कारण मोबाइल की डिमांड और बढ़ी है. लोगों को जीरो डाउन पेमेंट और 12 से 15 माह के इएमआइ भुगतान करने का विकल्प मिल रहा है. कई कंपनियां जीरो इंटरेस्ट और फाइनांस की सुविधाएं भी दे रही हैं.
कुल बिक्री में सबसे अधिक 9,000 से 15,000 रुपये की रेंज के मोबाइल फोन की बिक्री सबसे अधिक हो रही है. इसकी हिस्सेदारी लगभग 50 प्रतिशत है. जबकि, 15,000 से 30,000 रुपये की रेंज की हिस्सेदारी 20 प्रतिशत, 30,000 से 50,000 रुपये की रेंज में 10 प्रतिशत और 50,000 रुपये से अधिक रेंज की हिस्सेदारी लगभग 20 प्रतिशत है. 50,000 रुपये से अधिक रेंज के मोबाइल की हिस्सेदारी पहले पांच से सात प्रतिशत ही थी. यानी इस रेंज के मोबाइल की बाजार में हिस्सेदारी बढ़ी है.
प्रीमियम हैंडसेट की हिस्सेदारी में जबरदस्त इजाफा, पांच-सात प्रतिशत से बढ़ कर 20 प्रतिशत पहुंचा
ऑनलाइन मीटिंग और ऑनलाइन क्लास की वजह से मोबाइल की डिमांड बढ़ी
इएमआइ की सुविधा भी कारोबार बढ़ने की प्रमुख वजह
आसान फाइनांस के कारण झारखंड में मोबाइल फोन का कारोबार बढ़ा है. प्रीमियम हैंडसेट की हिस्सेदारी पहले पांच से सात प्रतिशत थी, जो आज यह बढ़ कर लगभग 20 प्रतिशत पहुंच गया है.
– राजू चौधरी, निदेशक, सैमसंग प्राइम डिस्ट्रीब्यूटर (बालाजी सेलफोन)
रिपोर्ट- राजेश कुमार