Jharkhand News: पशु चिकित्सा की बेहतरी के लिए झारखंड स्टेट इंप्लीमेंटिंग एजेंसी फॉर कैटल एंड बफैलो डेवलपमेंट, रांची और ईएमआरआई ग्रीन हेल्थ सर्विसेज के बीच समझौता हुआ है. यह समझौता रांची के नेपाल हाउस स्थित कृषि मंत्री बादल पत्रलेख की मौजूदगी में सीईओ प्रवीण झा और सर्विसेज के निदेशक के कृष्णम राजू ने एमओयू किया. इस मौके पर कृषि मंत्री ने कहा है कि सरकार की संवेदनशीलता राज्य की जनता के साथ-साथ यहां के पशुओं के लिए भी है. इसी के तहत पहले गौ मुक्तिधाम, फिर रेस्क्यू ह्वैकिल का कार्य किया गया. आज इसी क्रम में पशु चिकित्सा की बेहतरी के लिए राज्य के सभी प्रखंड मुख्यालय में मोबाइल वेटनरी का संचालन करने की तैयारी की जा रही है.
हाईलाइट्स
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राज्य में जल्द शुरू होगी मोबाइल वेटनरी
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पशु चिकित्सा के लिए सरकार संवेदनशील
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प्रखंड स्तर पर ग्रामीणों के पशुओं के लिए 236 एंबुलेंस रहेंगे तैनात
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मोबाइल वेटनरी के लिए जल्द जारी होगा हेल्पलाईन नंबर
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ग्रामीणों के पालतू पशुओं की चिकित्सा सुविधा के लिए एंबुलेंस की होगी व्यवस्था
कृषि मंत्री ने कहा कि इस कार्य के लिए EMRI ग्रीन हेल्थ सर्विसेज का चयन किया गया है. यह एजेंसी देश के अन्य राज्यों में भी इस तरह का कार्य करता आ रहा है. इनके सहयोग से राज्य सरकार राज्य के पशुधन की सेहत की बेहतरी के लिए कार्य कर सकेगी. कहा कि विभाग द्वारा आधुनिक सुविधाओं से लैस 236 एंबुलेंस खरीदे जा रहे हैं, जो ग्रामीणों के पालतू पशुओं की चिकित्सा संबंधी समस्या के समाधान के लिए उपलब्ध रहेंगे. उन्होंने कहा कि मोबाइल वेटनरी के लिए सरकार जल्द ही एक हेल्पलाईन नंबर जारी करेगी.
पशु चिकित्सा के लिए मिलेंगे 236 एंबुलेंस
उन्होंने कहा कि EMRI ग्रीन हेल्थ सर्विसेज द्वारा इस योजना के तहत पशु शल्य चिकित्सक, पैरावेट, ड्राइवर सहित आधुनिक सुविधाओं से लैस 236 एंबुलेंस कार्यरत रहेंगे. इससे राज्य के किसानों और उनके पशुओं को तो लाभ मिलेगा ही साथ ही साथ पशु शल्य चिकित्सक, पैरावेट, ड्राइवर की नियुक्ति से रोजगार के भी अवसर मिलेंगे.
हर प्रखंड में एक एंबुलेंस की मिलेगी सुविधा
इस अवसर पर कृषि एवं पशुपालन विभाग के सचिव अबू बक्कर सिद्दीख ने बताया कि EMRI ग्रीन हेल्थ सर्विसेज के साथ एंबुलेंस एक्सटेंसन सर्विस के लिए MOU किया गया है. इनके द्वारा पशु चिकित्सा किसानों के घर पर पहुंचकर किया जाएगा. साथ ही जो टॉल फ्री नंबर जारी किया जाएगा उसपर कॉल आने के आधे घंटे के अंदर एंबुलेंस किसानों के घरों पर जाकर पशुओं का इलाज करेगी. इस कार्य के लिए सेंट्रलाइज्ड कॉल सेंटर बने होंगे. साथ ही प्रत्येक प्रखंड में एक एंबुलेंस उपलब्ध रहेगा.
इनकी रही उपस्थिति
MOU के अवसर पर कृषि एवं पशुपालन विभाग के सचिव अबू बक्कर सिद्दीख, झारखंड स्टेट इंप्लीमेंटिंग एजेंसी फॉर कैटल एंड बफैलो डेवलपमेंट, रांची के सीईओ प्रवीण झा, EMRI ग्रीन हेल्थ सर्विसेज के निदेशक के कृष्णम राजू समेत विभागीय पदाधिकारी एवं EMRI ग्रीन हेल्थ सर्विसेज के पदाधिकारी उपस्थित थे.
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