crime news : कश्मीर में मिलिटेंट ट्रेनिंग में शामिल होने वाला था हजारीबाग का मो नसीम
ट्रेनिंग के बाद आतंक के लिए खुद को बनाने वाला था सुसाइड बॉम्बर
रांची (अमन तिवारी). आइएसआइएस का संदिग्ध आतंकी हजारीबाग जिला के पेलावल थाना क्षेत्र के महतो टोला निवासी मो नसीम उर्फ मोहसिन आतंक फैलाने के लिए कश्मीर में मिलिटेंट ट्रेनिंग में शामिल होने वाला था. वह आइएसआइएस की विचारधारा को फैलाने का काम कर रहा था. इस बात की जानकारी झारखंड एटीएस की ओर से अदालत को दी गयी है. एटीएस की ओर से अदालत को बताया गया है कि वह राष्ट्र विरोधी गतिविधियों में शामिल रहा है. उसका कनेक्शन आतंकी संगठन से भी रहा है. मो नसीम ने अपने सहयोगी संदिग्ध आतंकी मो आरिज हुसैन को जेहाद अर्थात आतंकवाद फैलाने के लिए एक प्रतिबंधित किताब भी दिया था. उसकी योजना इसराइल जाकर एक मस्जिद को फिदाइन हमला कर उसे मुक्त कराने की थी. इसके लिए वह सुसाइड बॉम्बर भी बनने को तैयार था. मो नसीम को नवंबर 2023 में किया गया था गिरफ्तार : एटीएस द्वारा आरिज हुसैन के बयान के आधार पर तैयार केस डायरी में जिक्र है कि मो नसीम ने आरिज हुसैन को आइएसआइएस की शपथ दिलायी थी. आरिज हुसैन ने अपने स्वीकारोक्ति बयान में यह भी बताया है कि मो नसीम आइएसआइ की विचारधारा को बढ़ाने का काम कर रहा था. उल्लेखनीय है कि मो नसीम को एटीएस ने आइएसआइ की गतिविधियों में शामिल होने के आरोप में नवंबर 2023 को गिरफ्तार किया था. इस दौरान उसके सहयोगी आरिज हुसैन (गोड्डा निवासी) को भी गिरफ्तार किया गया था. गिरफ्तारी से पहले एटीएस के इंस्पेक्टर लव कुमार को दो नवंबर 2023 को इस बात की खुफिया जानकारी मिली थी कि आरिज हुसैन सोशल मीडिया के माध्यम से जम्मू-कश्मीर के कुछ लोगों के सहयोग से जेहाद का संदेश फैला रहा है. हालांकि मो नसीम के अधिवक्ता ने न्यायालय को बताया है कि मो नसीम वॉल पुट्टी करनेवाला मजदूर है. वह सिर्फ प्रतिबंधित साइट को अपनी उत्सुकता के लिए देख रहा था. इसके पीछे उसकी आपराधिक योजना नहीं थी.
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