Jharkhand: अभिषेक झा के ऑस्ट्रेलिया वाले बैंक खाते में जमा हुए थे 63,380 डॉलर, ED ने माना मनी लाउंड्रिंग
आईएएस पूजा सिंगल के पति व मनी लाउंड्रिंग के आरोप में फंसे अभिषेक झा के आस्ट्रेलिया स्थित बैंक खाते में नकद 63,380 ऑस्ट्रेलियाई डॉलर जमा हुआ था. हालांकि उन्होंने उसे पढ़ाई और पार्ट काम के दौरान जमा किया हुआ पैसा बताया लेकिन ईडी उसे मनी लाउंड्रिंग मानकर चल रही है.
रांची: आईएएस पूजा सिंघल के पति व मनी लाउंड्रिंग के आरोप में फंसे अभिषेक झा के आस्ट्रेलिया स्थित बैंक खाते में नकद 63,380 ऑस्ट्रेलियाई डॉलर जमा हुआ था. अभिषेक झा ने इसे ऑस्ट्रेलिया में अपनी पढ़ाई और काम के दौरान पार्टटाइम आमदनी होने का दावा किया था. हालांकि वह नकद जमा करनेवाले फरीद शेख नामक व्यक्ति के बारे में कुछ भी बताने से असमर्थ रहे. मामले की जांच के बाद इडी ने अभिषेक झा के दावे को गलत करार दिया है.
अभिषेक झा ने पूछताछ के दौरान यह दावा किया था कि वह ऑस्ट्रेलिया में पढ़ाई के दौरान नौकरी करने के साथ-साथ पार्टटाइम काम भी करते थे. वित्तीय वर्ष 2011-12 तक उन्होंने नौकरी और पार्टटाइम काम से कुल 1.48 लाख ऑस्ट्रेलियाई डॉलर कमाया था. हालांकि उन्होंने वित्तीय वर्ष 2011-12 में आयकर विभाग में दाखिल किये गये रिटर्न में अपनी आमदनी सिर्फ 7.24 लाख रुपये बतायी थी. नियमानुसार किसी भी भारतीय नागरिक को अपने देश में दाखिल किये गये आयकर रिटर्न में विदेशों में हुई आमदनी की विस्तृत जानकारी देनी पड़ती है.
अभिषेक झा ने अपने वित्तीय मामलों की जानकारी देते हुए इडी को यह बताया था कि विदेश से भारत आने के दौरान कुल 74,450 आस्ट्रेलियाई डॉलर लाये थे. लेकिन कानूनी तौर पर इसे साबित करने में असमर्थ रहे.
उन्होंने नकद डॉलर लाने के बाद इसकी जानकारी नहीं दी थी. इसके अलावा आस्ट्रेलियाई डॉलर को भारतीय रुपये में बदलने से संबंधित दस्तावेज भी नहीं दे सके. इसलिए इडी ने उनके दावे को खारिज कर दिया और विदेशी मुद्रा लाने के दावे को मनी लाउंड्रिंग माना. इडी ने जांच में पाया कि अभिषेक झा के ऑस्ट्रेलिया स्थित बैंक खाते में वेतन के अलावा नकद डॉलर जमा किया गया था.
नकद जमा को अभिषेक ने पार्टटाइम काम की आमदनी होने का दावा किया. जांच में पाया गया कि फरीद शेख नामक व्यक्ति ने भी अभिषेक झा के खाते में नकद आस्ट्रेलियाई डॉलर जमा किया था. हालांकि अभिषेक झा पूछताछ के दौरान फरीद शेख के सिलसिले में किसी तरह की जानकारी नहीं दे सके. इडी ने विदेशी मुद्रा लाने के दावों की जांच के बाद कई सवाल उठाये हैं. इडी ने यह माना है कि पढ़ाई और नौकरी दोनों साथ-साथ करने के बाद किसी व्यक्ति के पास पार्ट टाइम नौकरी के लिए भी समय बचने का दावा अव्यावहारिक है.