अजय दयाल, रांची :
झारखंड में मनी लाउंड्रिंग को लेकर इडी की लगातार कार्रवाई के बाद कई अधिकारी, नेता, पावर ब्रोकर और बड़े व्यवसायी इस समय होटवार स्थित बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा में दिन काट रहे हैं. इनमें आइएएस अफसर छवि रंजन आध्यात्मिक हो गये हैं. व्यवसायी अमित अग्रवाल ने साधारण जीवनशैली अपना ली है.
अफसरों की ट्रांसफर-पोस्टिंग करानेवाला प्रेम प्रकाश अपने किस्से-कारनामे दूसरे कैदियों को सुनाकर वक्त काट रहा है. 1000 करोड़ अवैध पत्थर खनन का आरोपी पंकज मिश्रा लोगों से बात करने को तरस रहा है. जेल में पहुंचते व्यवसायी विष्णु अग्रवाल की तबीयत ही गड़बड़ हो गयी.
आइएएस अफसर छवि रंजन अपर डिवीजन सेल में बंद हैं. सुबह 6:00 बजे उठते हैं. मॉर्निंग वॉक और कसरत के बाद पूजा-पाठ करते हैं. आध्यात्मिक पुस्तकें पढ़ते हैं और हल्का नाश्ता करते हैं. कभी-कभी पत्नी व बच्ची मिलने आतीं हैं, तो बच्ची के साथ खेलते हैं. अपर डिवीजन सेल में 12 सेल हैं. पूर्व विधायक अमित महतो, राजा पीटर भी इसी सेल में ही हैं.
पावर ब्रोकर के नाम से मशहूर प्रेम प्रकाश (पीपी) को होटवार जेल के वार्ड नं-11 में रखा गया है. वह रोजाना सुबह 5:30 बजे उठता है. जेल कैंपस में मॉर्निंग वाक करता है. वह जेल की कैंटीन से ही खाना खाता है. जेल परिसर में कुर्सी लगा कर बैठता है और कैदियों को अपने किस्से-कारनामे सुनाता रहता है. उन्हें बताता है कि वह इस मुकाम तक कैसे पहुंचा.
अवैध खनन मामले में होटवार जेल में बंद विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा को भी इडी ने गिरफ्तार किया था. पेट की बीमारी के कारण तरल पदार्थ ही उसकी खुराक है. गिरफ्तारी के बाद से ही वह डॉक्टरों की देखरेख में है. वह जेल अस्पताल के वार्ड में भर्ती है. डॉक्टरों के कहे अनुसार वह ज्यादा भाग-दौड़ नहीं करता, पर उसे कोई बात करनेवाले नहीं मिले, तो उसकी तबीयत अधिक खराब हो जाती है.