Jharkhand Weather: अगले तीन दिनों तक झारखंड के अलग-अलग हिस्सों में कहीं-कहीं भारी से मध्यम दर्जे की बारिश हो सकती है. आठ और नौ अगस्त को संताल परगना और उसके आसपास के जिलों में ज्यादा बारिश हो सकती है. अभी बंगाल की खाड़ी में एक टर्फ बना हुआ है. यह झारखंड, बिहार, यूपी होता हुआ पंजाब की ओर जा रहा है. इसी का असर इन राज्यों के कई जिलों में पड़ रहा है. झारखंड में भी इसके असर से सोमवार को करीब-करीब सभी जिलों में हल्के से मध्यम दर्जे की बारिश हुई. सबसे अधिक बारिश करीब 75 मिमी के आसपास बारिश लोहरदगा के कुड़ू में हुई. राजधानी में भी सोमवार को दिन भर बारिश होती रही. करीब 24 मिमी बारिश दिन भर में रिकार्ड किया गया. पिछले दो दिनों से मानसून की बारिश ने देवघर के मौसम को भी सुहाना बना दिया है. यहां दो दिनों में कुल 27 एमएम बारिश का रिकाॅर्ड दर्ज किया गया है.
मौसम केंद्र के प्रभारी अभिषेक आनंद ने बताया कि एक टर्फ अभी उत्तरी बांग्लादेश में स्थित है. इससे आठ अगस्त को राज्य के सभी जिलों में एक-दो स्थानों को छोड़ शेष जगहों पर हल्के से मध्यम दर्जे की बारिश हो सकती है. आठ और नौ अगस्त को राज्य के कुछ जिलों में तेज बारिश की संभावना मौसम विभाग ने जताया है. आठ अगस्त को 90% व नौ अगस्त को 100% बारिश का अनुमान जताया गया है. 10 अगस्त के बाद थोड़ी राहत मिल सकती है. बारिश से किसानों को थोड़ी राहत मिली है.
देवघर में दो दिनों की बारिश के दौरान 10 फीसदी धान की रोपनी हुई. कई जगह निचले इलाकों में खेतों में पानी भर गया है. इस कारण अभी धान की रोपनी तेजी से चल रही है. कई किसान रोपनी के लिए खेतों को तैयार कर रहे हैं. कृषि विभाग के अनुसार, अगस्त माह में अब तक 64 एमएम बारिश हाे चुकी है. अगले दो दिनों में 60 से 70 एमएम बारिश होने की संभावना है. तेज बारिश की संभावना को देखते हुए जिला प्रशासन से भी अलर्ट जारी किया गया है. लोगों को बेवजह घरों से नहीं निकलने की अपील की गयी है.
डीसी की अपील : बच्चों को नदी, तालाब व डोभा से रखें दूर
खराब मौसम और भारी बारिश की संभावना को लेकर डीसी विशाल सागर ने देवघरवासियों से अपील की है कि अपने बच्चों को नदी, तालाब और डोभा से दूर रखें. अपने घरों से बेवजह बाहर नहीं निकलें. विशेष परिस्थिति में ही घरों से बाहर जायें. उन्होंने मोहनपुर प्रखंड में डोभा में फिसल कर गिरने की वजह से दो बच्चों की मौत पर गहरा शोक व्यक्त किया. साथ ही उन्होंने शोक संतप्त परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये. उन्होंने कहा कि अत्यधिक बारिश के कारण तालाब, जलाशय, डोभा, नदी-नाले सब भर जाते हैं और इसके आसपास फिसलन की स्थिति बनी रहती है. ऐसे में विशेषकर बच्चों को इससे काफी खतरा रहता है. इससे सावधान रहने की जरूरत है. मोहनपुर में दो बच्चों की डोभा में डूबने से हुई मौत पर डीसी ने गहरा शोक जताया.
बारिश से जगह-जगह जलजमाव, परेशानी
देवघर का मौसम व तापमान झमाझम बारिश की वजह से बदल गया है. सोमवार को कांवरियों को झमाझम बारिश से काफी राहत मिली. लेकिन, बारिश से होने वाले जलजमाव के कारण कई इलाकों में लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा. किसी मोहल्ले में कच्ची सड़कें तो कहीं पर नाले के नहीं होने से रास्ते पर गंदा पानी जमा हो गया है. वहीं, समाहरणालय परिसर, जिला शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय कैंपस, सिविल लाइन, टेलीफोन एक्सचेंज, बेलाबगान, गांधी नगर, सलौनाटांड, साकेत विहार, चरकी पहाड़ी रोड़ आदि जगहों पर भी जल जमाव होने से लोगों को आवागमन में काफी परेशानी का सामना करना पड़ा.
दो पहिया व चार पहिये से लोगों का आवागमन आसान था. लेकिन, पैदल चलने वालों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा. चरकी पहाड़ी रोड सहित मध्य विद्यालय कोरियासा की गली कच्ची होने के कारण जगह-जगह अत्यधिक जलजमाव हो गया. अन्य जगहों पर भी बारिश के पानी की निकासी में घंटों लग गया. स्थानीय लोगों ने कहा कि गलियों में नाला तो है. लेकिन, नियमित साफ सफाई नहीं होने से बारिश के मौसम में पानी जमा हो जाता है. अत्यधिक बारिश होने की वजह से कभी कभी घरों में भी पानी घुस जाता है. नगर निगम कार्यालय में शिकायत देने के साथ साथ जनप्रतिनिधियों से भी इस बारे में गुहार लगा चुके हैं. लेकिन, मुहल्लावासियों की समस्याओं का समाधान नहीं हो रहा है.
क्या कहते हैं डीएओ
देवघर जिला कृषि पदाधिकारी केके कुजूर ने कहा कि जुलाई माह में 64 एमएम बारिश हो चुकी है. दो दिनों में 27 एमएम बारिश हुई है, इस दौरान 10 फीसदी रोपनी हो चुकी है. बारिश मंगलवार व बुधवार को भी होने की संभावना है, इससे धान की रोपनी में तेजी आयेगी.