Jharkhand news, Ramgarh news : गोला/मगनपुर (रामगढ़) : रामगढ़ जिला अंतर्गत गोला के कमता स्थित ब्रह्मपुत्रा मेटालिक प्राइवेट लिमिटेड (Brahmaputra Metallic Private Limited) में गुरुवार संध्या लगभग 4:30 बजे कीलन में विस्फोट हो गया. जिससे एक दर्जन से अधिक इंजीनियर झुलस गये. घटना के बाद यहां अफरा-तफरी मच गयी. सभी घायलों को जैसे-तैसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (Community Health Center) एवं चितरंजन सेवा सदन, गोला (Chittaranjan Seva Sadan, Gola) पहुंचाया गया. जहां कई घायलों का प्राथमिक इलाज कर गंभीर स्थिति को देखते हुए रांची रेफर कर दिया गया.
इन घायलों में सदानंद मदान, इम्तियाज अंसारी, वशिष्ठ मिश्रा, संजय उपाध्याय, सोयेश, जी दास, अमित कुमार, धर्मेंद्र सिंह सहित कई शामिल है. घायलों का चेहरा, पीठ, हाथ, पैर एवं शरीर जल गया है, जिससे वे लहूलुहान हो गये. बताया जाता है कि आयरन ओर को भुनने के दौरान उसका गोला कहीं फंस गया, जिसे निकालने के क्रम में कीलन में विस्फोट हुआ. इससे आग का गोला यहां काम कर रहे इंजीनियर के ऊपर आ गिरी, जिससे सभी बुरी तरह से झुलस गये. कई की स्थिति गंभीर बताया जा रहा है. घायल लोग प्रबंधन के डर से घटना के संबंध में कुछ भी बताने से बचते रहे.
इस संदर्भ में फैक्टरी प्रबंधक अंजनी सिंह ने बताया कि कीलन में आयरन ओर का कुछ अंश फंस गया था. जिससे तकनीकी खराबी आ गयी थी. इसे ठीक करने के लिए कुछ इंजीनियर गये हुए थे. इस बीच कीलन में विस्फोट हो गया. जिस कारण यह हादसा हुआ. उन्होंने बताया कि घायलों का इलाज रांची के देवकमल अस्पताल में किया जा रहा है. घटना की सूचना पुलिस दे दी गयी है. पुलिस मामले की जांच कर रही है.
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ब्रह्मपुत्रा मेटालिक्स प्राइवेट लिमिटेड में इससे पूर्व भी कई बार घटना हो चुकी है. मार्च 2018 में भी कीलन विस्फोट हुआ था, जिसमें सुरेश करमाली, रामजी महतो सहित आधा दर्जन से अधिक मजदूर झुलस गये थे. सूत्रों ने बताया कि फैक्टरी के अंदर सुरक्षा मानकों का उल्लंघन करने के कारण इस तरह की घटना आये दिन घटते रहती है. साथ ही यहां कामगारों को भी सुरक्षा उपकरण उपलब्ध कराने में आनाकानी की जाती है. चर्चा यह भी है कि कीलन की मरम्मती कई वर्षों से नहीं करायी गयी थी, जिससे यह जाम हो गया था, इस कारण यह घटना हुई.
उधर, क्षेत्र के लोगों द्वारा पूर्व में भी फैक्टरी प्रबंधन पर सुरक्षा नियमों की अनदेखी करने, धुआं फैला कर उपजाऊ भूमि को बंजर करने, क्षेत्र के लोगों को गंभीर बीमारी से ग्रसित करने सहित कई आरोप लगाया जा चुका है. बावजूद प्रबंधन इस पर रोक लगाने में असफल है.
Posted By : Samir Ranjan.