Durga Puja 2022: राजधानी में दुर्गा पूजा (Durga Puja 2022) की तैयारी चरम पर है. दो वर्ष बाद महोत्सव का उल्लास दिख रहा है. कारीगर दिन-रात मंडप के निर्माण में जुटे हैं. इस वर्ष शहर के पूजा मंडप में एक से बढ़कर एक थीम दिखेगा. कारीगरों की कल्पना दिखेगी. कहीं राजस्थानी और झारखंडी संस्कृति की झलक दिखेगी, तो कहीं शीश महल, कहीं ट्रैफिक नियम के संदेश दिखेंगे, तो कहीं लुप्त प्राय खेलों की कलाकृति. हर तरफ भव्य मंडप और श्रद्धालुओं का उल्लास दिखेगा. इस बार राजधानी व आसपास में मां दुर्गा के करीब 310 मंडप बनाये जा रहे हैं.
नेताजी नगर दुर्गा पूजा कमेटी, कांटाटोली के पूजा मंडप में इस वर्ष हेलमेट जरूरी है जिंदगी के लिए…. का संदेश दिखेगा. प्रवेश द्वार पर बने मुखौटे भी हेलमेट पहने हुए नजर आयेंगे़ ट्रैफिक नियम के संदेश भी श्रद्धालुओं को जागरूक करेंगे़ इस वर्ष पूजा पर 12 लाख रुपये खर्च किये जा रहे हैं.
मारवाड़ी भवन हरमू रोड में सत्य अमर लोक के काल्पनिक मंडप में झारखंड की संस्कृति की झलक दिखेगी. मंडप के मुख्य प्रवेश द्वार के दोनों अोर परियां भक्तों का स्वागत करेंगी़ साथ ही मंडप में बनी छोटी-छोटी मूर्तियां से लेकर बिजली की साज सज्जा में यहां की संस्कृति को दिखाया जायेगा. पूरे आयोजन पर 22-23 लाख रुपये खर्च किये जायेंगे.
श्रीश्री बांधगाड़ी दुर्गा पूजा समिति (बूटी मोड़) के पूजा मंडप में राजस्थानी कला संस्कृति दिखेगी. यहां सुनहरे रंग से पंडाल का निर्माण हो रहा है. इसमें राजधानी पहनावा, वहां के लोगों के रहन-सहन और खेत खलिहान की झलक दिखेगी. राजस्थान के गांवों की विकास कथा का बखान होगा़ साथ ही मां दुर्गा सहित अन्य देवी-देवता की प्रतिमाएं भी राजस्थानी पहनावे के अनुरूप नजर आयेंगी. पूरे आयोजन पर 25 लाख रुपये खर्च करने का बजट है. यहां गुजरात का डांडिया नृत्य भी श्रद्धालुओं को आकर्षित करेगा, जिसे मंडप के अंदर-बाहर चलंत मूर्तियों के सहारे दिखाया जायेगा.
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रांची रेलवे स्टेशन के समीप बन रहे दुर्गा पूजा मंडप में मशरूम की कलाकृति दिखेगी. मंडप मशरूम के आकार का दिखेगा. यहां इंद्रधनुष के बीच से भक्त माता रानी के दर्शन के लिए जायेंगे. मंडप के अंदर 20 फीट ऊंची शिवजी और मां पार्वती की प्रतिमा रहेगी. बादल के बीच से मां भक्तों को आशीर्वाद देंगी. लाल पत्थर से बने 10 फीट ऊंचे नंदी जी भक्तों के बीच आकर्षण का केंद्र रहेंगे. भोलेनाथ की आकृति लोहे के 10 फीट ऊंचे स्टैंड पर विराजित रहेगी. 500 से अधिक त्रिशूल, केसरिया झंडा के अलावा गोल रिंग भक्तों को आकर्षित करेंगे. समिति 40 लाख रुपए खर्च कर रही है.
महाशक्ति दुर्गापूजा समिति शिवाजी चौक, बूटी मोड़ इस वर्ष शीश महल के थीम पर मंडप का निर्माण कर रही है. प्रतिमा भी शीशे की तरह दिखेगी. मंडप में प्रवेश करने के लिए भक्तों को 12 फीट ऊंची सीढ़ी पर चढ़ना होगा. पूरे आयोजन पर 35 लाख रुपये खर्च किये जायेंगे. समिति के अनुसार मंडप का उद्घाटन 29 सितंबर को होगा़ प्रतिमा विसर्जन सात अक्तूबर को होगी.
हरमू पंच मंदिर दुर्गा पूजा समिति काल्पनिक पंडाल बना रही है़ यहां लुप्त होते खेल को दिखाया जा रहा है. आधुनिक युग में बच्चे खेलकूद की जगह कैसे मोबाइल पर समय व्यतीत कर रहे हैं, उसे भी दिखाया जायेगा. पंडाल के ऊपर गुल्ली-डंडा से लेकर, रस्सी कूद, बैडमिंटन, क्रिकेट और अन्य खेल की आकृति दिखायी जा रही है. इसी कलाकृति से पंडाल के अंदर की साज-सजावट की जायेगी. बिजली के बड़े-बड़े गेट से लेकर साइड लाइट के अलावा अन्य कुछ भक्तों को अपनी अोर आकर्षित करेगा. पूरे आयोजन पर 50 लाख रुपये खर्च किये जा रहे हैं.