रांची: केंद्रीय राज्यमंत्री पंचायती राज कपिल मोरेश्वर पाटिल ने कहा कि पंचायत प्रतिनिधि गांव के विकास की चाबी हैं, ग्रामीणों ने आप पर घर छोड़ा है. ऐसे में आप गावों के विकास में अपना योगदान देकर उदाहरण पेश करें. केंद्र सरकार की ओर से संचालित योजनाओं पर नजर रखें. उसे धरातल पर उतारने के लिए हर संभव प्रयास करें. अपने गांव को आदर्श गांव बनायें, ताकि दूसरे जनप्रतिनिधि प्रेरणा लेकर कार्य करें.
केंद्र सरकार नवनिर्वाचित जन प्रतिनिधियों के प्रशिक्षण के लिए राज्य सरकारों को फंड उपलब्ध कराती है, ताकि वह ग्रामीण इलाकों में चलने वाली योजनाओं के प्रति जागरूक हो पायें. अगर जनप्रतिनिधि जागरूक हो गये तो भ्रष्टाचार पर अंकुश लगेगा. श्री पाटिल ने यह बातें मंगलवार को हरमू मैदान में प्रदेश भाजपा की ओर से आयोजित पंचायती राज जनप्रतिनिधि अभिनंदन समारोह में कही.
समारोह में सभी जिलों से आये 5,361 नव निर्वाचित जन प्रतिनिधियों को प्रमाण पत्र सौंप कर अभिनंदन किया गया. साथ ही हेमंत सरकार में हो रहे भ्रष्टाचार के खिलाफ गांव-गांव में आंदोलन करने का आह्वान किया गया. श्री पाटिल ने कहा कि अगर निर्वाचित जनप्रतिनिधियों को प्रशिक्षण नहीं दिलाया जाता है तो राज्य सरकार पर दवाब बनायें. पंचायती राज मंत्रालय की ओर से राज्य सरकार को पत्र लिखा जायेगा.
श्री पाटिल ने कहा कि नव निर्वाचित जन प्रतिनिधियों से कहा कि मैं भी मुखिया से यहां तक पहुंचा हूं. इसलिए नोट के लिए नहीं, वोट के लिए काम करें. वोट तब मिलेगा जब आप समर्पण से काम करेंगे. पैसा इंसान को ऊपर ले जा सकता है, लेकिन इंसान पैसा को लेकर ऊपर नहीं जा सकता. गांव के विकास को लेकर ऐसा काम करें, जिसे लोग देखने आयें और प्रेरणा लेकर जायें.
उन्होंने कहा कि गांव के विकास को लेकर मोदी सरकार गंभीर है. 13 वें वित्त आयोग में गांवों के विकास के लिए 58 हजार करोड़ मिला था. मोदी सरकार ने 15 वें वित्त आयोग में इसे बढ़ा दो लाख 36 हजार करोड़ रुपये कर दिया है, ताकि शहरों की तरह गांवों का विकास हो सके. समारोह को विधायक जेपी पटेल, सांसद आदित्य साहू, सांसद समीर उरांव, विधायक अमर बाउरी, सांसद, पीएन सिंह, सुनील उरांव, विधायक किशुन दास, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ दिनेशानंद गोस्वामी और रविंद्र राय ने भी संबोधित किया.
कार्यक्रम का संचालन प्रदेश महामंत्री बालमुकुंद सहाय व धन्यवाद ज्ञापन रांची की मेयर व राष्ट्रीय मंत्री आशा लकड़ा ने किया. भाजपा नेताओं ने पंडाल में पहुंचकर सभी सम्मानित पंचायत प्रतिनिधियों का सम्मान पुष्प वर्षा कर किया. कार्यक्रम में क्षेत्रीय संगठन मंत्री नागेंद्र नाथ त्रिपाठी, संगठन महामंत्री कर्मवीर सिंह, नीलकंठ सिंह मुंडा, अपर्णा सेन गुप्ता, नवीन जायसवाल,
डॉ प्रदीप वर्मा, आशा लकड़ा, सुदर्शन भगत, सुनील सोरेन, बीडी राम, सीपी सिंह, भानु प्रताप शाही, बिरंची नारायण, नारायण दास, किसुन दास, केदार हाजरा, राज सिन्हा, मनीष जायसवाल, अनंत ओझा, नीरा यादव, समरीलाल, पुष्पा देवी, रामचंद्र चंद्रवंशी, अमित मंडल, शशिभूषण मेहता, ढुल्लु महतो, रमेश िसंह, आलोक चौरसिया समेत अन्य मौजूद थे.
इन्हें किया गया सम्मानित: मौके पर शारदा सिंह, प्रतिमा कुमारी, पूनम देवी, उमेश मेहता, सुनीता देवी, राधा रानी, छोटे लाल यादव, आलोक कुमार सिंह, संयुक्ता देवी, पंकज सिन्हा, फूल कुमारी, मंजू देवी किशुन यादव, ब्रज किशोर तिवारी, सोनी कुमारी, मुनिया देवी, हिंदीया टोप्पो, रीना सोरेन निरंजन कुमार महतो, आरती दुबे, गोपाल कृष्ण अग्रवाल, रामचंद्र रविदास व अन्य को सम्मानित किया गया.
प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने कहा कि भाजपा के आंदोलन के बाद हेमंत सरकार पंचायत चुनाव कराने को मजबूर हुई. लेकिन चुनाव में हेमंत सरकार ने पिछड़ों का हक अधिकार छीन लिया. उन्होंने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार गांव, गरीब, किसान के लिए प्रतिबद्ध है. 2006-14 की तुलना में 2014-22 में वित्त आयोग ने पांच गुना अधिक अनुदान दिया है. हेमंत सरकार के खिलाफ लड़ाई लड़ी जायेगी. जब तक इस सरकार को उखाड़ नहीं फेंकते, भाजपा चैन से नहीं बैठेगी.
भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने कहा कि आज के समय में राज्य में लुटेरी सरकार है. ऐसी स्थिति में गरीबों को योजनाओं का लाभ दिलाने के लिए हम सभी को सतर्क रहना पड़ेगा. उन्होंने कहा कि ये पहले मुख्यमंत्री हैं जो अपने ही खिलाफ कार्रवाई के लिए राजभवन व चुनाव आयोग का चक्कर लगा रहे हैं. हेमंत सरकार की मौत निश्चित है. उन्होंने कहा कि जिस राज्य के मुखिया पैसे के लिए सत्ता में बैठे हैं, उस राज्य का कभी भला नहीं हो सकता.