रांची : पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से झारखंड में गुरुवार को भी गुमला, खूंटी, सिमडेगा सहित चाईबाासा, सरायकेला-खरसावां आदि इलाके में वर्षा व ओलावृष्टि हुई. सुबह में घने कोहरे से जहां लोगों को परेशानी हुई, वहीं दिन भर बादल छाये रहे. मौसम विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, शुक्रवार को भी सुबह कोहरा रहेगा, जबकि दिन में मौसम साफ व शुष्क रहेगा. हालांकि, अगले तीन दिन तक न्यूनतम तापमान में तीन से चार डिग्री सेल्सियस की गिरावट आयेगी, जबकि इसके बाद तापमान में बढ़ोतरी होगी. रांची में पिछले 24 घंटे में 33.2 मिमी बारिश दर्ज की गयी है. जबकि, एक जनवरी 2024 से गुरुवार तक रांची में 58 मिमी बारिश हुई है. 17 फरवरी को एक बार फिर पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से हिमालय के आसपास के क्षेत्र में भारी बर्फबारी होने के कारण दो दिन बाद यानि 19 फरवरी को एक बार फिर मौसम में बदलाव के संकेत हैं. बादल छाये रहेंगे, ठंडी हवा चलने से न्यूनतम तापमान में कमी आ सकती है. हालांकि, अब तक बारिश होने की संभावना कम है. इस बीच मौसम विभाग ने रांची, खूंटी, गुमला जिला में येलो अलर्ट तथा सिमडेगा, पूर्व व पश्चिमी सिंहभूम, सरायकेला-खरसांवा में ऑरेंज अलर्ट जारी किया है.
मौसम विभाग ने मौसम में अचानक इस तरह के बदलाव से खास कर ओलावृष्टि को लेकर किसानों को अलर्ट रहने की हिदायत दी है. ओलावृष्टि से आम की फसलों में फूलों के झड़ने की आशंका है. इसके अलावा टमाटर सहित सब्जियों को नुकसान हो सकता है. दलहनी फसलों में फुफूंद रोग देखा जा सकता है. इस स्थिति में किसानों से कहा गया है कि तैयार सब्जी या फलों की कटाई कर सुरक्षित स्थानों पर रख दें. गन्ने तथा अमरूद के फसलों को रस्सी से बांध लें, ताकि फसल गिरे नहीं. सभी खड़ी फसलों में जल निकासी का उचित इंतजाम करें. आनेवाले दो दिनों तक किसी भी तरह का छिड़काव नहीं करें. ओलावृष्टि के बाद क्षतिग्रस्त फसलों में दो प्रतिशत यूरिया का छिड़काव करें. छिड़काव मौसम साफ होने पर ही करें. मवेशियों को घर में अच्छी तरह से ढक कर रखें. सब्जियों की नर्सरी को पॉलीहाउस में सुरक्षित रखें या पॉलिथीन से ढंग दें.
तिथि—अधिकतम—न्यूनतम
11 फरवरी—27.0—11.3
12 फरवरी—28.8—14.2
13 फरवरी—19.8—16.0
14 फरवरी—27.2—14.2
15 फरवरी—24.6—13.7
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