नामकुम के हाहाप में मिले मोर्टार बम को बम निरोधक दस्ते ने किया डिफ्यूज
अर्द्धनिर्मित चहारदीवारी के अंदर से मिला था सेना का 81 मोर्टार बम
रांची/नामकुम़ थाना क्षेत्र अंतर्गत हाहाप पंचायत के हाहाप बस्ती में अर्द्धनिर्मित चहारदीवारी के अंदर मिट्टी में दबे मोर्टार बम मिलने से वहां के लोगों में दहशत का माहौल बन गया. सूचना मिलने पर नामकुम पुलिस व बम निरोधक दस्ते की टीम वहां पहुंची. टीम ने बम को कब्जे में लेने के बाद उसे जंगल ले जाकर डिफ्यूज कर दिया. बम के धमाके से जोरदार आवाज हुई. चहारदीवारी का काम करा रहे रवि पाहन ने बताया कि जमीन गांव के किसी रैयत की थी. उस जमीन को बैंक में कार्यरत सागर नामम व्यक्ति ने खरीदी है. सागर बाहर रहते हैं, इसलिए चहारदीवारी का काम वे करा रहे हैं. जमीन में बने गड्ढों को भरने के लिए हाइवा से मिट्टी डाली गयी है. उसी मिट्टी को पाटने के क्रम में मजदूरों को बम मिला. इसके बाद पुलिस को सूचना दी गयी. बम निरोधक दस्ते का नेतृत्व कर रहे गणेश पान ने बताया कि बरामद बम 81 मोर्टार है. इसका प्रयोग सेना करती है. बम की रेंज 35 मीटर है. बम के फटने से 120 फीट क्षेत्र को नुकसान पहुंच सकता था. यह बम कभी खराब नहीं होता है. इसे वायर के माध्यम से डिफ्यूज किया गया. वहीं पुलिस का कहना है चहारदीवारी के अंदर गिरायी जा रही मिट्टी में बम मिलने की सूचना मिली थी. मिट्टी कहां से लायी गयी, इसकी जांच चल रही है. पुलिस वाहन की चपेट में आया बच्चा, गंभीर : बम की सूचना मिलते ही पुलिस टीम ने गंतव्य की ओर जाने के क्रम में सरवल चौक पर खुलेआम हो रही अंग्रेजी शराब की बिक्री देखकर छापेमारी की. वहां से पुलिस ने अंग्रेजी शराब, बीयर की बोतल व केन बरामद किया गया. छापेमारी कर पुलिस टीम जैसे ही आगे बढ़ी, पुलिस वाहन ने सरवल टार टोली में सुरेश नायक के छह वर्षीय पुत्र समीर नायक को टक्कर मार दी. पुलिस वाहन बच्चे को लगभग 15 मीटर घिसटते हुए आगे बढ़ गयी. इसके बाद गाड़ी रोकी गयी. पुलिस ने तुरंत बच्चे को रिम्स पहुंचाया, जहां उसकी स्थिति गंभीर बनी हुई है. जहां से मिट्टी लायी गयी, वहां सेना का था कैंप : बम मिलने की चर्चा क्षेत्र में आग की तरह फैल गयी. काफी संख्या में ग्रामीण इकट्ठा हो गये. सभी बम को देखना चाह रहे थे, परंतु पुलिस व बम निरोधक दस्ते ने सभी को दूर रोक दिया. वहीं ग्रामीणों की मानें तो सरवल में जिस जगह से खुदाई कर मिट्टी लायी गयी है, उस स्थान पर पूर्व में सेना का कैंप था. कैंप को इसी वर्ष वहां से हटाया गया है.
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