रांची : राजधानी रांची के लोग मच्छरों के आतंक से परेशान हैं. हालत यह है कि शाम होते ही घरों के खिड़की-दरवाजे बंद करने पड़ रहे हैं. घर में भी लोग चैन से नहीं बैठ पा रहे. कोई मच्छर मारनेवाला रैकेट लेकर घरों में घूम रहा है, तो कोई घरेलू उपाय करने में व्यस्त है. हल्की गर्मी बढ़ने के साथ मच्छरों की परेशानी बढ़ चली है. इधर, नगर निगम की ओर से भी फॉगिंग नहीं करायी जा रही है. नगर निगम सिर्फ वीआइपी इलाकों में ही फॉगिंग करा रहा है.
इधर, मच्छर जनित बीमारी डेंगू और मलेरिया का खतरा भी बढ़ गया है. कई लोग ठंड के साथ बुखार की समस्या से पीड़ित हैं. विशेषज्ञों का कहना है कि मौसम बदलते ही मच्छरों का आतंक बढ़ जाता है, इसलिए सावधानी बढ़ा देनी चाहिए. मलेरिया के लार्वा गंदे पानी में पनपते हैं. इसलिए घर और आसपास की साफ-सफाई जरूरी है. वहीं, डेंगू के मच्छर साफ पानी में जमा होते हैं, इसलिए घर में रखे कूलर, फ्रीज या अन्य पात्रों में पानी जमा नहीं होने देना चाहिए. हालांकि, डेंगू और मलेरिया के सामान्य लक्षण एक ही तरह के होते हैं, इसलिए आवश्यक जांच जरूरी हो जाती है.
डेंगू-मलेरिया के लक्षण
बुखार
सिर दर्द
कमजोरी
मांसपेशियों में दर्द
ठंड लगना
उल्टी करना
दस्त
क्या कहते हैं एक्सपर्ट
मौसम बदलते ही मच्छरों के पनपने की संभावना बढ़ जाती है. डेंगू और मलेरिया होने का खतरा बढ़ जाता है. ऐसे में साफ-सफाई पर विशेष ध्यान देना चाहिए. मच्छरदानी का प्रयोग सबसे अच्छा होता है. शाम में पूरे बदन का कपड़ा पहनना चाहिए.
डॉ विद्यापति, फिजिशियन रिम्स