सांसद सांस्कृतिक महोत्सव में बोले राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन, संस्कृति तय करती है समाज और राष्ट्र का रास्ता
झारखंड के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने कहा कि आज भारत जी-20 में पूरे विश्व का नेतृत्व कर रहा है. विभिन्न जाति व संस्कृति के होने के बावजूद भारत आज एक संस्कृति में पिरोकर कश्मीर से कन्याकुमारी तक एक है.
रांची: राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने कहा कि झारखंड में प्रतिभा की कमी नहीं है. उचित अवसर मिले, तो यहां के कलाकार भी देश-दुनिया में नाम रोशन कर सकते हैं. वे शनिवार को सांसद सांस्कृतिक महोत्सव के दूसरे दिन आर्यभट्ट सभागार में आयोजित समारोह में बोल रहे थे. उन्होंने कला और संस्कृति के संरक्षण पर जोर देते हुए कहा कि संस्कृति समाज और राष्ट्र का रास्ता तय करती है. देश में कई भाषाएं हैं, परंतु अपनी संस्कृति के कारण पूरा भारत एक भारत और श्रेष्ठ भारत कहलाता है.
राज्यपाल ने कहा कि आज भारत जी-20 में पूरे विश्व का नेतृत्व कर रहा है. विभिन्न जाति व संस्कृति के होने के बावजूद भारत आज एक संस्कृति में पिरोकर कश्मीर से कन्याकुमारी तक एक है. सांसद संजय सेठ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रेरणा से सांसद सांस्कृतिक महोत्सव का आयोजन कर कला और सांस्कृति के संरक्षण की दिशा में एक सक्रिय कदम उठाया है. पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने कहा कि संस्कृति में सिर्फ भाषा ही नहीं, बल्कि भाव भी होता है. यह भाव हमें एक-दूसरे से जोड़ता है. सांसद सांस्कृतिक महोत्सव एक अद्भुत आयोजन है. इससे प्रतिभा निखर कर सामने आयेगी. पूर्व सांसद कड़िया मुंडा ने कहा कि पूजा-पाठ के अलावा गीत और नृत्य भी जीवन के लिए जरूरी है. मौके पर पूर्व राज्यसभा सदस्य महेश पोद्दार, पूर्व विधायक रामकुमार पाहन, सुबोध सिंह गुड्डू, विनय जायसवाल, अमित कुमार, सुजीत कुमार, केके गुप्ता, बलराम सिंह, सुजीत कुमार आदि मौजूद थे.
झारखंड के लोगों ने अपनी संस्कृति को जीवित रखा है : सेठ
सांसद संजय सेठ ने कहा कि कला संस्कृति एक ऐसी विधा है, जिसमें पूरा देश समाहित है. झारखंड के लोगों ने अपनी संस्कृति को जीवित रखा है. विभिन्न जाति-धर्म के होने के बाद भी यहां के लोगों में जो प्रतिभा है, अपनी संस्कृति के प्रति जो प्यार व सम्मान है, वह आज इस मंच के माध्यम से देश-दुनिया देख रही है. इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य यही है.
कलाकारों ने दी प्रस्तुति, आज होगा समापन
महोत्सव के दूसरे दिन लोक कलाकारों ने समां बांधा. सिल्ली के बाल कलाकार अश्विनी महतो ने कुरमाली भाषा में भदोरिया झूमर प्रस्तुत कर उपस्थित लोगों का दिल जीत लिया. सिल्ली की टीम ने छऊ नृत्य की प्रस्तुति दी. वहीं, ठाकुरगांव की टीम ने विवाह का लोक गीत प्रस्तुत किया. तीन दिनों तक चलने वाले इस महोत्सव में कुल 2683 कलाकार भाग ले रहे हैं. महोत्सव में महिला सशक्तीकरण, पर्यावरण संरक्षण, अनेकता में एकता, गुरु-शिष्य परंपरा, स्वतंत्रता सेनानी, वसुधैव कुटुंबकम, तकनीकी नवाचार व प्राकृतिक खेती से जुड़े थीम पर भी प्रस्तुति दी गयी.रविवार को महोत्सव का समापन होगा. समापन समारोह में केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल, केंद्रीय मंत्री अन्नपूर्णा देवी, विधायक अमर बाउरी आदि भाग लेंगे.