Jharkhand Politics: रांची-गोड्डा सांसद निशिकांत दूबे द्वारा संताल परगना, बिहार और पश्चिम बंगाल के कुछ हिस्सों को मिलाकर केंद्रशासित प्रदेश बनाने की मांग किए जाने के खिलाफ झामुमो रांची जिला समिति ने अल्बर्ट एक्का चौक पर उनका पुतला दहन किया. पुतला दहन के दौरान झामुमो कार्यकर्ता ‘निशिकांत दूबे झारखंड छोड़ो’ का नारा लगा रहे थे. जिला समिति के अध्यक्ष मुस्ताक आलम ने कहा कि निशिकांत दूबे सबसे बड़े घुसपैठिया हैं, जो बिहार से आकर झारखंड के गोड्डा से सांसद बन गए हैं. इन्हें भागलपुर वापस भेजने की जरूरत है.
विधानसभा चुनाव में सबक सिखाएगी जनता
मुस्ताक आलम ने कहा कि लोकसभा सत्र के दौरान सदन में सांसद निशिकांत दूबे ने भ्रामक व विवादित बयान दिया है कि संताल परगना, बिहार और पश्चिम बंगाल के कुछ हिस्सों को मिलाकर केंद्रशासित प्रदेश बना दिया जाए. वे इसकी कड़े शब्दों में निंदा करते हैं. भाजपा जान रही है कि विधानसभा चुनाव में वह हार रही है. इसलिए अब प्रोपगेंडा किया जा रहा है. बाबूलाल मरांडी ने जब पहली बार सत्ता संभाली थी तब संताल परगना में घुसपैठ शुरू हुआ था. निशिकांत को सपने में भी हेमंत सोरेन आ रहे हैं. इनके खिलाफ आदिवासी, मुसलमान और मूलवासी एक हो गये हैं और चुनाव में इन्हें सबक सिखाया जाएगा.
पुतला दहन में ये थे मौजूद
पुतला दहन में केंद्रीय सदस्य समनूर मंसूरी, उपाध्यक्ष अश्विनी शर्मा, कलाम आजाद, सचिव डॉ हेमलाल मेहता, रामशरण विश्वकर्मा, आफताब आलम, अरुण वर्मा, चिंतामणी सांगा, कैथरीना तिर्की, जीत गुप्ता, महादेव मुंडा समेत कई कार्यकर्ता उपस्थित थे.