रांची में आज होगा MSME सेतु का आयोजन, फ्री में करायें रजिस्ट्रेशन

सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (MSME) के प्रति देश भर में जागरूकता बढ़ाने के लिए आइसीएआइ एमएसएमइ यात्रा और एमएसएमइ सेतु का आयोजन किया जा रहा है. कार्यक्रम शाम 4.30 बजे से शुरू होगा. इस दौरान जो भी व्यापारी एमएसएमइ में रजिस्टर्ड नहीं हैं, उनका फ्री में रजिस्ट्रेशन होगा.

By Prabhat Khabar News Desk | October 16, 2022 11:40 AM

Ranchi News: सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (MSME) के प्रति देश भर में जागरूकता बढ़ाने के लिए आइसीएआइ एमएसएमइ यात्रा और एमएसएमइ सेतु का आयोजन किया जा रहा है. इसी कड़ी में रविवार को आइसीएआइ एमएसएमइ बस रांची पहुंच रही है. इसे लेकर द इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड एकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया, रांची शाखा और झारखंड चेंबर के संयुक्त तत्वावधान में सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम क्षेत्र के मुद्दे और चुनौती विषय पर चेंबर भवन में कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है. कार्यक्रम का नाम एमएसएमइ सेतु दिया गया है. यह बातें झारखंड चेंबर के अध्यक्ष किशोर मंत्री और आइसीएआइ, रांची के अध्यक्ष प्रभात कुमार ने चेंबर भवन में आयोजित प्रेस वार्ता में कही.

नि:शुल्क् पंजीयन होगा

उन्होंने बताया कि कहा कि इस दौरान जो भी व्यापारी एमएसएमइ में रजिस्टर्ड नहीं हैं, उनका नि:शुल्क रजिस्ट्रेशन होगा. एमएसएमइ में उद्यमियों के रजिस्ट्रेशन के लिए देशव्यापी 75 दिनों तक 75 कार्यक्रमों द्वारा 75 शहरों में इसका आयोजन किया जा रहा है. 18 नवंबर को नयी दिल्ली में इसका समापन होगा. कार्यक्रम में एसबीआइ, सिडबी, राष्ट्रीय लघु उद्योग निगम के प्रतिनिधि भी शामिल होंगे. मौके पर झारखंड चेंबर की ज्योति कुमारी, आइसीएआइ के सचिव अभिषेक केडिया, सिकासा के अध्यक्ष निशांत मोदी उपस्थित थे.

सांसद आदित्य साहू करेंगे उद्घाटन

उन्होंने कहा कि कार्यक्रम शाम 4.30 बजे से शुरू होगा. इसके पूर्व बस को हरी झंडी दिखायी जायेगी. कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में राज्यसभा सांसद आदित्य साहू, विशिष्ट अतिथि के रूप में उद्याेग निदेशक जितेंद्र कुमार सिंह, एसएलबीसी के डीजीएम सुबोध कुमार और अतिथि वक्ता के रूप में एमएसएमइ डेवलपमेंट इंस्टिट्यूट, रांची के संयुक्त निदेशक इंदरजीत यादव भी शामिल होंगे.

पोर्टल बना कर इंडस्ट्री को प्रमोट करना चाहिए

स्टील फैब्रिकेशन उपसमिति की बैठक शनिवार को चेंबर भवन में हुई. अध्यक्षता उपसमिति के चेयरमैन अनीश सिंह एवं जसविंदर सिंह ने की. सदस्यों ने कहा कि फैब्रिकेशन इंडस्ट्री के स्मॉल एवं माइक्रो व्यापारियों को सरकार द्वारा चलाये जा रहे कौशल विकास केंद्र के माध्यम से ऑन जॉब ट्रेनिंग के लिए काम करना चाहिए. इसके लिए स्किल्ड लेबर और अप्रैंटिस उपलब्ध कराने के लिए अलग से पोर्टल बनाकर इंडस्ट्री को प्रमोट करना चाहिए. साथ में कुछ इंडस्ट्री को कौशल विकास द्वारा सर्टिफिकेशन के लिए अधिकृत किया जाये. फैब्रिकेशन इंडस्ट्री पूरी तरह बिजली पर आधारित है. वर्तमान में बिजली आपूर्ति की समस्या आम हो गयी है. मौके पर रोहित पोद्दार, ज्योति कुमारी, किशन अग्रवाल, राजीव शर्मा, संतोष उरांव, सुनील अग्रवाल, शैलेंद्र सुमन उपस्थित थे.

Next Article

Exit mobile version