झारखंड में मुस्लिम नेतृत्व को खत्म करने की हो रही है साजिश : अजहर कासमी
मुस्लिम मजलिसे उलेमा के केंद्रीय अध्यक्ष मुफ्ती अब्दुल्लाह अजहर कासमी ने कहा कि झारखंड में मुस्लिम नेतृत्व को खत्म करने की साजिश करने की जा रही है. मौजूदा दौर की राजनीति को देखते हुए समाज अब झारखंड में तीसरे राजनीतिक विकल्प की तलाश करेगा.
रांची. मुस्लिम मजलिसे उलेमा के केंद्रीय अध्यक्ष मुफ्ती अब्दुल्लाह अजहर कासमी ने कहा कि झारखंड में मुस्लिम नेतृत्व को खत्म करने की साजिश करने की जा रही है. मौजूदा दौर की राजनीति को देखते हुए समाज अब झारखंड में तीसरे राजनीतिक विकल्प की तलाश करेगा. गुरुवार को प्रेस क्रांफेस में उन्होंने कहा कि झारखंड में 18 प्रतिशत आबादी मुसलमानों की है. लेकिन लोकसभा चुनाव में किसी राष्ट्रीय या क्षेत्रीय दलों के द्वारा एक भी मुस्लिम नेता को टिकट नहीं दिया गया, जबकि आबादी के हिसाब से इस समाज को राज्य के 14 लोकसभा सीट में से दो सीट पर टिकट मिलना चाहिए था, लेकिन ऐसा नहीं हुआ, जो यह बताने के लिए पर्याप्त है कि किस तरह इस समाज को राजनीतिक तौर पर उपेक्षित किया जा रहा है. उन्होने कहा कि एनडीए और इंडिया गठबंधन दोनों ने इस समाज को मायूस किया है. इसलिए यह समाज अब तीसरे विकल्प की तलाश करेगा. कहा कि इंडिया गठबंधन खुद को धर्म निरपेक्ष होने का दावा करती है, लेकिन लोकसभा के चुनाव में उसने भी मुस्लिम नेताओं को दरकिनार कर दिया, इसका खामियाजा लोकसभा के साथ-साथ विधानसभा के चुनाव में भी पार्टियों को भुगतना पडेगा, क्योकि सभी पार्टी मुस्लिम समाज को सिर्फ अपना वोट बैंक समझती है, समाज का वाजिब हक दिलाने के प्रति कोई गंभीर नही है. सभी मिल कर मुस्लिम नेतृत्व को समाप्त करने पर तूले हैं, जबकि अलग झारखंड राज्य के गठन के बाद यह उम्मीद जगी थी कि मुस्लिम समाज को उनका वाजिब राजनीतिक हक मिलेगा, लेकिन अब निराशा के अलावा समाज को कुछ भी नही मिल रहा है. ऐसे में अब मुस्लिम समाज सजग, सचेत और सक्रिय हो कर अपने मतों का सही इस्तेमाल करेगा. इस मौके पर शोएब अंसारी, मोहम्मद तौहीद, तनवीर अहमद, इंतेयाज अहमद, मुफ्ती अतिकुर रहमान, मौलाना गुलजार नदवी, मुफ्ती कमरे आलम, कारी जान मोहम्मद आदि मौजूद थे.