झारखंड में म्यूचुअल फंड का बाजार 50 हजार करोड़ के पार, बिहार, ओडिशा समेत कई राज्यों के छोड़ा पीछे
झारखंड में 83 प्रतिशत निवेश इक्विटी और 17 प्रतिशत निवेश नन इक्विटी में हो रहा है. वहीं, बिहार सबसे पुराना मार्केट होने के बावजूद पिछड़ा हुआ है.
राजेश कुमार, रांची:
रांची सहित पूरे झारखंड में म्यूचुअल फंड (एमएफ) में जबरदस्त निवेश हो रहा है. छह साल में म्यूचुअल फंड का बाजार 3.68 गुना से अधिक बढ़ गया है. सितंबर 2017 में एमएफ का बाजार 13,600 करोड़ रुपये था. एमएमएफआइ के अक्तूबर 2023 के आंकड़ों के अनुसार, झारखंड में एमएफ का बाजार 50,100 करोड़ रुपये पहुंच गया है. इसी प्रकार, बिहार में एमएफ का बाजार 44,500 करोड़ रुपये पहुंच गया है. सितंबर 2017 में यह 12,700 करोड़ रुपये था. बिहार में इस दौरान लगभग 3.5 गुना वृद्धि हुई है.
झारखंड में जीडीपी का 15 और बिहार में सात प्रतिशत निवेश एमएफ में :
झारखंड में 83 प्रतिशत निवेश इक्विटी और 17 प्रतिशत निवेश नन इक्विटी में हो रहा है. वहीं, बिहार सबसे पुराना मार्केट होने के बावजूद पिछड़ा हुआ है. झारखंड में कुल जीडीपी का 15 प्रतिशत निवेश एमएफ में हो रहा है, जबकि बिहार में जीडीपी का सात प्रतिशत निवेश हो रहा है.
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बिहार, ओडिशा व छत्तीसगढ़ है पीछे :
इस निवेश में झारखंड से बिहार, उत्तराखंड, छत्तीसगढ़ और ओडिशा पीछे है. झारखंड में एमएफ का बाजार 50,100 करोड़ रुपये, बिहार में 44,500 करोड़, ओडिशा में 46,500 करोड़, छत्तीसगढ़ में 28,900 करोड़ और उत्तराखंड में 21,300 करोड़ रुपये पर पहुंच गया है. विशेषज्ञों का कहना है कि म्यूचुअल फंड के प्रति लोग जागरूक हुए हैं. बैंक एफडी और गिरती ब्याज दरों की वजह से लोगों का रुझान म्यूचुअल फंड की ओर बढ़ा है. लोगों में जोखिम लेने की क्षमता बढ़ी है.