विशुनपुरा(गढ़वा). विशुनपुरा के बीडीओ हीरक मन्ना केरकेट्टा की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत को साजिशन हत्या बताया गया है. इस मामले में मृतक की पत्नी ज्योति बाखला ने विशुनपुरा थाना में प्राथमिकी दर्ज करने के लिए आवेदन दिया है. उन्होंने गढ़वा के उपायुक्त शेखर जमुआर को भी आवेदन देकर पूरे मामले की जांच कराने की मांग की है. हालांकि, प्राथमिकी के लिए दिये गये आवेदन में किसी कर्मी पर संदेह नहीं जताया गया है. लेकिन इसमें राजस्व उपनिरीक्षक जितेंद्र कुमार द्वारा बीडीओ (दिवंगत हीरक मन्ना केरकेट्टा) पर मारपीट और गाली-गलौज करने का आरोप लगानेवाली घटना का जिक्र है. श्रीमती बाखला ने आवेदन में कहा है : मेरे पति पर मारपीट और गाली-गलौज का झूठा आरोप लगाया गया था. इधर, रविवार को बीडीओ का शव पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया गया. इसके पूर्व हत्या की सूचना मिलने पर मृतक बीडीओ की पत्नी ज्योति बाखला शनिवार रात करीब 1:30 बजे रांची से विशुनपुरा स्थित उनके सरकारी आवास पर पहुंचीं. उनके साथ बीडीओ की बड़ी बहन सुनैना केरकेट्टा, बहनोई महेश केरकेट्टा और ज्योति के भाई आलोक खलखो भी थे. परिजनों के आने के बाद लोहे के साबल से अंदर से बंद दरवाजे को तोड़ा गया और शव को फंदे से उतारा गया. इस दौरान पूरी प्रक्रिया की वीडियोग्राफी भी करायी गयी. इसके बाद आवास को जांच प्रक्रिया पूरी होने तक सील कर दिया गया. उल्लेखनीय है कि शनिवार को बीडीओ हीरक मन्ना अपने कार्यालय नहीं गये थे. शाम करीब 4:00 बजे कुछ लोग जब उनके सरकारी आवास पहुंचे, तो उनका शव फंदे से लटका हुआ पाया था.
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