Education News : नये नियमों के तहत डीएसपीएमयू का नैक मूल्यांकन अगले वर्ष
डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी विश्वविद्यालय (डीएसपीएमयू) का अगले वर्ष 2025 में नैक मूल्यांकन नये नियमों के तहत होगा. अब नैक मूल्यांकन के लिए नैक पियर टीम विजिट नहीं करेगी, बल्कि सारी प्रक्रिया ऑनलाइन होगी.
रांची (वरीय संवाददाता). डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी विश्वविद्यालय (डीएसपीएमयू) का अगले वर्ष 2025 में नैक मूल्यांकन नये नियमों के तहत होगा. अब नैक मूल्यांकन के लिए नैक पियर टीम विजिट नहीं करेगी, बल्कि सारी प्रक्रिया ऑनलाइन होगी और इसी के आधार पर मूल्यांकन किया जायेगा. विवि प्रशासन भी इस नये नियमों की तैयारी में अपना मूल्यांकन करवाने के लिए जुट गया है.
विवि में सबको दिया गया है टास्क, तैयारी शुरू
डीएसपीएमयू में नैक मूल्यांकन को लेकर तैयारी शुरू कर दी गयी है. अब नये प्रक्रिया की जानकारी सबको दे दी गयी है. इसके बाद अलग-अलग विभाग अपनी तैयारी में जुट गये हैं. विभाग की ओर से डाटा कलेक्ट करने से लेकर नैक की क्राइटेरिया पूरा करने का काम किया जा रहा है. कुलपति डॉ तपन कुमार शांडिल्य ने बताया कि अब नैक की टीम नहीं आयेगी और विवि का मूल्यांकन नये नियमों के साथ होगा. नयी पद्धति के अनुसार अब सिर्फ दस्तावेज के आधार पर संस्थानों का मूल्यांकन किया जायेगा. पहले से चली आ रही भौतिक निरीक्षण की प्रक्रिया को समाप्त कर दी गयी है.नैक मूल्यांकन के लिए इन मापदंडों को करना हाेगा पूरा
इनमें रिसर्च एंड इनोवेशन आउटकम, पाठ्यक्रम, फैकेल्टी, संसाधान, टीचिंग-लर्निंग एक्सीलेंस, सह शैक्षणिक एवं इतर शैक्षणिक, समाज व सामुदायिक गतिविधियां, ग्रीन एक्टीविटीज, शैक्षणिक प्रबंधन, मूलभूत संसाधन विकास एवं वित्तीय संसाधन प्रबंधन को रखा गया है. इसी आधार पर रिपोर्ट तैयार किया जायेगा. वहीं नैक के तहत ग्रेडिंग करने वाले विश्वविद्यालय और शिक्षण संस्थानों को अब ए, बी, सी और डी कैटेगरी में न रखकर, उन्हें बाइनरी कैटेगरी में रखा जायेगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है